33 जिलों के एमडीएम डीपीओ से मांगा स्पष्टीकरण
नालंदा-शेखपुरा समेत 33 जिलों के एमडीएम डीपीओ से निदेशक ने शोकॉज पूछा है। इन डीपीओ पर मई माह में न्यूनतम 15 स्कूलों का निरीक्षण न करने का आरोप है। निदेशक विनायक मिश्रा ने यह भी कहा कि ये डीपीओ उच्चाधिकारी के आदेश की अवहेलना करते हुए अपनी ड्यूटी को ठीक ढंग से निर्वहन नहीं कर रहे। दूसरी ओर शोकॉज पूछने पर जवाब भी नहीं दे रहे। सूबे के 5 जिलों पश्चिम चंपारण, जहानाबाद, अररिया, समस्तीपुर व पटना के डीपीओ ने एक माह में न्यूनतम 15 स्कूलों का निरीक्षण किया है।
निदेशक ने बताया कि सभी जिलों के एमडीएम डीपीओ (जिला कार्यक्रम पदाधिकारी) को 15 स्कूलों का औचक निरीक्षण का आदेश कई माह पहले दिया गया था। एक से 31 मई के बीच इनके द्वारा टैबलेट से निरीक्षण किये गये
नौ जुलाई को ही निदेशक ने पूछा था स्पष्टीकरण
सबसे पहले 9 जुलाई को निदेशक ने इन डीपीओ से शोकॉज पूछा। लेकिन, महीनों बाद भी किसी डीपीओ ने जवाब नहीं दिया। आखिरकार, 29 जुलाई को निदेशक विनायक मिश्रा ने फिर से पत्र भेजकर हफ्तेभर में जवाब देने को कहा है।
बिद्यालयों से संबंधित एमआईएस के आंकड़े का अवलोकन किया गया। इसके अवलोकन से यह स्पष्ट हो गया कि मई में टैबलेट से कम से कम 15 स्कूलों का निरीक्षण नहीं किया गया।