पटना, हिन्दुस्तान ब्यूरो। राज्य के विद्यालयों का शैक्षणिक सत्र अप्रैल में बदल गया। बच्चे अगली कक्षा में प्रवेश भी कर गये, पर करीब 12 लाख बच्चों के ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर दिये गये त्रुटिपूर्ण ब्योरे में सुधार नहीं हो सका।
इसका परिणाम रहा है ये सारे बच्चे अपनी पिछली कक्षा में मिलने वाली योजनाओं की राशि से वंचित रह गये। पोशाक, साइकिल, छात्रवृत्ति आदि योजानाओं की राशि का वितरण शैक्षणिक सत्र 2024-25 में करीब 95 लाख बच्चों के बीच किया गया है। इस संबंध में शिक्षा विभाग के संबंधित पदाधिकारी बताते हैं कि पोर्टल पर उपलब्ध कराये गये ब्योरे में बच्चों के नाम, माता का नाम, आधार नंबर, खाता नंबर आदि में त्रुटि थी। इसमें सुधार के लिए कई बार विद्यालयों को मौका दिया गया।
पोर्टल को खोला गया और जिलों को निर्देश दिया गया कि त्रुटि में सुधार सुनिश्चित कराएं, ताकि इनके खाते में राशि का हस्तांतरण किया जा सके पर करीब 12 लाख बच्चे इस योजना से वंचित रह गये। विभागीय पदाधिकारी बताते हैं कि आधार नंबर के साथ पोर्टल पर उपलब्ध एक करोड़ सात लाख बच्चों को योजनाओं की राशि दी जानी थी। राशि का हस्तांतरण शुरू हुआ तो देखा गया कि बड़ी संख्या में बच्चों के ब्योरा में त्रुटि है। इस कारण राशि हस्तांतरित नहीं हो पा रही है। जिन बच्चों के ब्योरे में सुधार हुआ, उन्हें राशि का भुगतान हो गया। हालांकि, पदाधिकारी ने यह भी बताया कि राशि हस्तांतरण का कार्य अब भी जारी है।
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