सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के हाफ डे का अवकाश पूरे दिन की छुट्टी मानी जाएगी। ऐसे में यदि किसी महीने में शिक्षकों के पास छुट्टी का बैलेंस नहीं होगा, तो उस दिन की छुट्टी नो वर्क नो पेमेंट मानी जाएगी। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है। जिसमें आधे दिन गायब रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई या छुट्टी निर्धारित करने को कहा गया है। शिक्षा विभाग के समीक्षा बैठक के दौरान जानकारी मिली की कई स्कूलों में शिक्षक आधा दिन स्कूल में पढ़ाने के बाद गायब हो जाते थे। इस दौरान यदि जांच होती है तो, शिक्षक आकस्मिक अवकाश लेते थे। इसके लिए वह
ई शिक्षाकोष पोर्टल पर आकस्मिक अवकाश को अपडेट करते थे। ऐसे में अब आधा दिन की छुट्टी पूरी मानी जाएगी। हालांकि, हॉफ डे की छुट्टी कई कारणों से मान्य भी होंगी।
भीषण एक्सीडेंट में ही हॉफ डे की छुट्टी मान्य होगी
भीषण एक्सीडेंट, अनहोनी की स्थिति में हॉफ डे की छुट्टी मान्य होगी। इसके लिए स्कूल के हेड सहमति देंगे। कई शिक्षक स्कूल आने के बाद हाजिरी बनाने के बाद वापस घर चले जाते थे। हॉफ डे की कितनी छुट्टी मिलेगी, इसके लिए शिक्षा विभाग में कोई नियम नहीं है। ऐसे में कई शिक्षक महीने में 4-5 छुट्टी भी ले लेते थे। इसलिए ऐसा आदेश दिया गया है।