राज्य के सरकारी स्कूलों में छात्रों को मिड-डे मील दरी पर बैठाकर खिलाना होगा। बच्चों को ऐसी जगह बैठाना होगा, जहां के 200 मीटर क्षेत्र में साफ-सफाई हो। दरी की जगह जमीन पर बैठा कर छात्रों को भोजन करवाने वाले स्कूलों में प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की जाएगी। इससे राज्य के 75 हजार स्कूलों में 1.09 करोड़ छात्रों को फायदा होगा। शिक्षा विभाग भी स्कूलों में लगातार निरीक्षण कराएगा। इस संबंध में विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने कहा कि छात्रों को उचित स्थान पर बैठा कर लाइन में भोजन करवाया जाए। इससे आपसी समन्वय बनने के साथ ही गुरुकुल पद्धति भी शामिल होगी।
ठंड से बचाव के लिए पर्दे लगाए जाएंगे स्कूलों में ठंड से बचाव के लिए दरी के साथ ही पर्दे की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए स्कूलों को मिलने वाले पैसे से ही दरी और अन्य
व्यवस्था की जाएगी। स्कूलों में बच्चों का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) मापा जाएगा। इसकी तैयारी विभाग कर रहा है। ये व्यवस्था छात्रों के वजन के मुताबिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए किया जा रहा है। छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रख करके स्कूलों में उनकी जांच भी की जाएगी।