दीपावली में भी प्रधान शिक्षकों को नहीं मिला वेतन, परेशानी
गया जी, निज प्रतिनिधि। जिले के प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापकों की दुर्गा पूजा बिना वेतन के गुजर गई। आर्थिक तंगी की मार से अब दीपावली भी अंधेरे में गुजरेगी। छठ भी बिना वेतन के गुजर जाने की संभावना से जिले के 1600 शिक्षक चिंतित हैं।
ऐसी स्थिति के बीच बिना वेतन के जिले के करीब 1600 प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक आर्थिक तंगी झेल रहे हैं। बिना पैसे के कई तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। प्रधान शिक्षक संतोष कुमार, मुकेश कुमार, ओम प्रकाश कुमार, कृष्ण प्रकाश और प्रधानाध्यापक ज्ञान रंजन, निरंजन कुमार, दिव्या राणा व अविनाश कुमार ने बताया कि इस बार आर्थिक तंगी के बीच दुर्गापूजा व छठ भी गुजरेगा।
जा के बाद दीपावली पोर्ट @pra
एचआरएनएस पर पद अपडेड नहीं होने के कारण बनी है यह स्थिति ः नवनियुक्त प्रधान शिक्षक व प्रधानाध्यापकों का घर अंधेरा रहेगा। बिहार स्टेट टीचर्स एसोसिएशन इरळअ
गोपगुट के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि विभाग का वेतन भुगतान का स्पष्ट आदेश के बावजूद भी जिला शिक्षा कार्यालय के पदाधिकारियों और कर्मियों के सुस्ती के कारण आज तक इन प्रधान शिक्षकों तथा प्रधानाध्यापकों का प्राण कन्वर्जन की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो सकी है, वेतन भुगतान तो दूर की बात है।
एचआरएनएस पोर्टल पर पद अपडेड नहीं होने के कारण यह स्थिति बनी है। जबकि कई जिलों में वेतन का भुगतान हो चुका है। जिलाध्यक्ष ने बतााय कि कि सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण कर बने हजारों विशिष्ट शिक्षकों का भी आज तक वेतन निर्धारण नहीं हो सका है। अपर मुख्य सचिव के आदेश के बाद भी आज तक वेतन निर्धारण का पत्र तक निर्गत नहीं हो सका है। वेतन निर्धारण नहीं होने से करीब 12 हजार विशिष्ट शिक्षक भी आक्रोश में हैं। छठ से पहले बकाए वेतन देने और वेतन निर्धारण की मांग की जा रही है।
