शिक्षक-छात्र की हाजिरी, मिड-डे-मील की मॉनिटरिंग अब मुख्यालय से होगी

 शिक्षक-छात्र की हाजिरी, मिड-डे-मील की मॉनिटरिंग अब मुख्यालय से होगी



बिहार के सरकारी स्कूलों में छात्र-शिक्षक से संबंधित निर्देश या सूचना सीधे हेड मास्टर के पास पहुंचेंगी। इसके आधार पर निर्देशों का तत्काल पालन करना होगा। साथ ही शिक्षक-छात्र की हाजिरी, मिड-डे-मील, विभिन्न योजनाओं की मॉनिटरिंग मुख्यालय से होगी। स्कूलों में दिए जाने वाले टैबलेट को मुख्यालय से लिंक किया जा रहा है। इससे टैबलेट पर अपलोड और डाउनलोड किए जाने वाले सभी जानकारियों की मॉनिटरिंग मुख्यालय से की जाएगी। शिक्षा विभाग के निर्देशों के बारे में यदि शिक्षक, अधिकारियों को कोई समस्या होगी, तो वे तत्काल पूछ सकेंगे। इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी अधिकारी और हेड मास्टर को टैबलेट पर सभी जानकारियों को अपडेट करने का निर्देश दिया है। बिहार के 80 हजार स्कूलों में टैबलेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सभी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में 2-2 टैबलेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। ये टैबलेट 3 एजेंसियों के माध्यम से दिए जा रहे हैं। स्कूलों में बांटे जाने वाले टैबलेट का रिकॉर्ड जिला स्तर पर रखा जाएगा। 

डीईओ का आरोप- बीईओ अपनी जिम्मेदारी को पूरा नहीं कर रहे हैं


राज्य के सभी जिलों के डीईओ का आरोप है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) अपने कार्यों को ठीक से नहीं कर रहे हैं। डीएम अब इसकी समीक्षा करेंगे। साथ ही यदि आवश्यकता होगी तो विभिन्न योजनाओं के प्रभारी को हटाया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिया है। सिद्धार्थ ने

25 जुलाई को समीक्षा बैठक की थी। इसमें जिला शिक्षा पदाधिकारियों ने बताया कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्य में लापरवाही बरत रहे है। वह लक्ष्यों का प्रभावी तरह से निगरानी नहीं कर रहे हैं। साथ ही अपने दायित्व को सही तरह से पूरा नहीं कर रहे हैं। इससे कई योजनाओं को लागू करने में दिक्कत हो रही है। अब डीएम अपने-अपने जिलों में डीईओ के साथ बीईओ के कार्यों की समीक्षा करेंगे।
Previous Post Next Post