वेहतर प्रदर्शन नहीं करने वाले वीईओ होंगे प्रभार मुक्त

 वेहतर प्रदर्शन नहीं करने वाले वीईओ होंगे प्रभार मुक्त



राज्य में स्कूली शिक्षा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन करने वाले सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों (बीईओ) के कार्यों की समीक्षा होगी। हर जिले में जिलाधिकारी द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के कार्यों और उनकी उपलब्धियों की समीक्षा होगी। जिनका प्रदर्शन संतोषजनक नहीं होगा, वैसे बीईओ प्रभार मुक्त होंगे या उनके प्रभार बदले जाएंगे। इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा.एस. सिद्धार्थ ने शुक्रवार को सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिया। यह आदेश उन्होंने शिक्षा विभाग द्वारा चलायी जा रही योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा में प्राप्त फीडबैक के आधार पर


दिया है। विगत 25 जुलाई को अपर मुख्य सचिव डा.एस. सिद्धार्थ ने शिक्षा विभाग द्वारा चलायी जा रही योजनाओं एवं कार्यक्रमों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की थी। इस समीक्षा में जिला शिक्षा पदाधिकारियों ने अपर मुख्य सचिव को बताया कि कतिपय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा लक्ष्यों के प्रभावी अनुश्रवण एवं गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन के अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है।

प्रधानाध्यापकों व प्रधान शिक्षकों के योगदान की होगी समीक्षा


राज्य ब्यूरो, जागरण पटना : सरकारी विद्यालयों में 39,061 प्रधानाध्यापकों और प्रधान शिक्षकों के योगदान की अंतिम तिथि समाप्त हो गई। शिक्षा विभाग अब इसकी समीक्षा करेगा कि प्रधानाध्यापक एवं प्रधान शिक्षक के पद पर कितने अभ्यर्थियों ने योगदान दिया। बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा पर नियुक्त 5,728 प्रधानाध्यापकों को नवस्थापित एवं उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में और 35333 प्रधान शिक्षकों को अपने पदस्थापन वाले प्राथमिक विद्यालयों में योगदान 31 जुलाई तक करना था। नवनियुक्त प्रधानाध्यापकों एवं प्रधान शिक्षकों को योगदान की तिथि से ही वेतन दिया जाना है।
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