प्रधानाध्यापकों एवं प्रधान शिक्षकों की समस्याओं का होगा निराकरण
पटना (आशिप्र)। राज्य के सरकारी स्कूलों के लिए चयनित प्रधानाध्यापकों एवं प्रधान शिक्षकों की समस्याओं का समयबद्ध तरीके से निराकरण होगा। जरूरी हुआ तो ग्रीवांस पोर्टल पर संबंधित प्रधानाध्यापकों एवं प्रधान शिक्षकों से शिकायत मांगी जायेगी।
इसके लिए शिक्षा मंत्री सुनील कुमार के निर्देश पर उनके आप्त सचिव मो. इश्तेयाक अजमल ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को बफशीट (पीत पत्र के बदले) लिखा है। इसमें कहा गया है कि प्रधानाध्यापक एवं प्रधान शिक्षक की नियुक्ति के उपरांत एक जुलाई को उनके जिला आवंटन की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी। नवनियुक्त प्रधानाध्यापकों का 11 जुलाई को एवं नवनियुक्त प्रधान शिक्षकों का 14 जुलाई को स्कूल आवंटित भी कर दिये गये। आवंटित स्कूलों में प्रधान शिक्षकों
एवं प्रधानाध्यापकों के योगदान की अंतिम तिथि 31 जुलाई थी।
इस बीच शिक्षा मंत्री से अनेक चयनित प्रधानाध्यापक एवं प्रधान शिक्षकों द्वारा आवेदन समर्पित करते हुए अनुरोध किया गया है कि वे अपने
आवंटित जिले एवं विद्यालय से संतुष्ट नहीं हैं। इसके मद्देनजर निदेशित किया गया है कि अगर आवश्यक हो तो ऐसे शिक्षकों की शिकायतों के निष्पादन हेतु एक ऑनलाइन 'ग्रीवांस पोर्टल' की स्थापना की जाय। इसके माध्यम से वे अपने आपत्तियों को छह अगस्त से पांच कार्य दिवसों में पंजीकृत करा सकें। इस पर आवश्यक काररवाई करने के लिए अपर मुख्य सचिव को बफशीट में
लिखा गया है, ताकि संबंधित प्रधानाध्यापकों एवं प्रधान शिक्षकों की शिकायतों का यथासंभव समयबद्ध निष्पादन किया जा सके।
आपको याद दिला दूं कि राज्य के सरकारी स्कूलों में बिहार लोक सेवा आयोग से अनुशंसित 39,061 प्रधानाध्यापकों एवं प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है। इनमें 5,728 प्रधानाध्यापक एवं 35,333 प्रधान शिक्षक हैं। प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति नवस्थापित एवं उत्क्रमित माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में तथा प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति प्राथमिक विद्यालयों में हुई है। माध्यमिक विद्यालयों में 9वीं से 10वीं, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 9वीं से 12वीं एवं प्राथमिक विद्यालयों में 1 ली से 5वीं कक्षा की पढ़ाई होती है। प्राथमिक विद्यालयों में पहली बार प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति हुई है।