प्राथमिक स्कूलों में अब स्थायी प्रधान शिक्षक, विद्यालय शिक्षा समिति जल्द

 प्राथमिक स्कूलों में अब स्थायी प्रधान शिक्षक, विद्यालय शिक्षा समिति जल्द



पटना पटना जिले के 1852 प्रारंभिक विद्यालयों में स्थायी प्रधान शिक्षक की नियुक्ति हो चुकी है। अब इन नवनियुक्त प्रधान शिक्षकों को जल्द से जल्द विद्यालय शिक्षा समिति बनाने का निर्देश दिया गया है। इससे स्कूलों में शैक्षणिक और विकास कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है। विद्यालय शिक्षा समिति स्कूल प्रबंधन में स्थानीय सहभागिता सुनिश्चित करती है। इसका कार्यकाल 3 साल का होता है और इसमें कुल 17 सदस्य होते हैं। विद्यालय शिक्षा समिति को वित्तीय फैसलों का अधिकार होता है। स्कूल के विकास के लिए जो भी राशि आती है, उसका खर्च समिति की सहमति से ही होता है। किस मद में कितनी राशि खर्च

करनी है, इसका फैसला समिति के सदस्य और प्रधान शिक्षक मिलकर करते हैं।

अब तक प्रभारी शिक्षक ही देख रहे थे

काम:


जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार, अब तक इन स्कूलों में स्थायी प्रधान शिक्षक नहीं होने के कारण विद्यालय शिक्षा समिति का गठन नहीं हो पा रहा था, जिससे कई काम अटक रहे थे, खासकर वित्तीय कायों में रुकावटें आ रही थीं। जिले में कुल 3000 प्रारंभिक स्कूल हैं, जिनमें से 1852 में अब स्थायी प्रधानाध्यापक तैनात किए जा चुके हैं। बाकी 818 स्कूलों में अभी भी प्रभारी शिक्षक ही काम देख रहे हैं, जबकि 330 स्कूलों में पहले से ही समिति कार्यरत है।
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