सरकारी स्कूलों की कमियां दूर होंगी, 15 अगस्त तक पूरा करना होगा काम
विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकार के स्तर पर हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके बावजूद निरीक्षण के क्रम में विद्यालयों में कमियां देखी गईं। विद्यालयों में विद्युतीकरण का अभाव, कक्षा में पर्याप्त बल्ब, पंखे की कमी, पानी का नल खराब होना, शौचालय का अभाव, शौचालय में मिट्टी भरना, बेंच डेस्क और फर्नीचर की कमी, आईसीटी लैब व स्मार्ट क्लास का अभाव, विद्यालय की साफ-सफाई के लिए झाडू की व्यवस्था नहीं, दीवारों पर शैक्षणिक चाट नहीं, कड़ा
रखने के लिए कचरा प्रबंधन का अभाव देखा गया। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मो. जमाल मुस्तफा ने बताया कि जिले के सरकारी स्कूल अब चमचमाते हुए दिखेंगे। जिले के सरकारी स्कूलों को अब बेहतर और साफ-सुथरा बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। जिला शिक्षा कार्यालय ने हर सरकारी स्कूल को 50-50 हजार की राशि जारी की है, ताकि स्कूलों की शैक्षणिक व्यवस्था को मजबूत किया जा सके। इस राशि से स्कूलों में कक्षा सुधार, पीने के पानी, शौचालय निर्माण, स्मार्ट क्लास, फर्नीचर व अन्य जरूरी कार्य किए जाएंगे। अब तक स्कूलों को 12 हजार रुपए की पहली किस्त
और बाकी 38 हजार रुपए मई और 28 जुलाई को भेजे जा चुके हैं।
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि सभी स्कूलों को 15 अगस्त तक हर हाल में यह काम पूरा करना होगा। कार्य पूरा होने के बाद स्कूल के प्रधानाध्यापकों को विद्यालय की फोटो के साथ ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर जानकारी अपलोड करनी होगी।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) मो. जमाल मुस्तफा ने बताया कि सभी प्रधानाध्यापक खर्च और काम का पूरा लेखा-जोखा सुरक्षित रखें। निरीक्षण के दौरान गड़बड़ी या लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।