प्रमोशन की उम्मीद खत्म, सरप्लस में पद बचाने की जुगत
कानपुर देहात, संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के सरप्लस स्वेच्छा स्थानांतरण की सूची जारी होते ही शिक्षकों के बीच चर्चाओ का दौर शुरु हो गया। विभाग की ओर से शासनादेश के मुताबकि प्रक्रिया पूरी करने की कवायद की जा रही है। इधर सरप्लस समायोजन में प्राइमरी हेड टीचर को जूनियर में सहायक शिक्षक पद पर स्थापना किए जाने से अब तक प्रमोशन की राह देख रहे शिक्षकों को निराशा हाथ लगी है। जनपद के 1942 परिषदीय स्कूलों में 20 से कम पंजीकरण वाले स्कूलों सहित अंतरजनपदीय स्थानांतरण के बाद शिक्षकों को नवीन स्कूलों में पद स्थापना की प्रक्रिया शुरु की गई है।
स्कूल मर्ज को लेकर चल रही खीचतान अब कोर्ट तक पहंुचने के बाद भी विभाग की ओर से जारी प्रक्रिया में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। विभाग की ओर से जारी सूची के मुताबिक लगभग 376 सरप्लस शिक्षकों को विकल्प के आधार पर नवीन आवंटित स्कूलों में कार्यभार ग्रहण कर आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। वहीं एक दशक से प्रमोशन की राह ताक रहे शिक्षकों को मायूसी हाथ लगी है। प्रक्रिया प्रमोशन की शुरु होते ही कोर्ट से बिना टीईटी प्रमोशन पर रोक के बाद सरप्लस की सूची जारी होने से शिक्षकों को दोहर झटका लगा है। स्वेच्छा व वरिष्ठ शिक्षक के स्कूल से दूसरे विकल्प तलाशने की छूट के चलते कुछ शिक्षक आस-पास के स्कूलों में ही तैनाती पाने में सफल हो गए।