शिक्षकों के योगदान की समय-सीमा समाप्त

 शिक्षकों के योगदान की समय-सीमा समाप्त



पटना। राज्य में नवस्थानांतरित शिक्षकों के योगदान की समय-सीमा समाप्त हो गयी। नवस्थानांतरित शिक्षकों के योगदान के लिए शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित समय-सीमा का गुरुवार को अंतिम दिन था। अब इस बात की समीक्षा होगी कि नवस्थानांतरित शिक्षकों में से कितने शिक्षकों ने योगदान दिया। इसमें यह भी देखा जायेगा कि नवस्थानांतरित शिक्षकों के योगदान के बाद शिक्षकों के विरमित होने वाले विद्यालय और योगदान करने वाले विद्यालय में छात्र-शिक्षक अनुपात की क्या स्थिति हो गयी है। आपको याद दिला दूं कि राज्य सरकार द्वारा बहार लोक सेवा आयोग

के माध्यम से टीआरई-वन एवं टीआरई-टू के तहत 2,16,732 विद्यालय अध्यापकों की बहाली की गयी। इन्हें बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आवंटित जिलों में सॉफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन के आधार पर नवंबर, 2023 एवं जनवरी, 2024 में विद्यालय का आवंटन किया गया। इनमें से 1,73,076 विद्यालय अध्यापकों द्वारा आवंटित जिला-विद्यालय में योगदान दिया गया। ऐसे में बड़ी संख्या में शिक्षकों को उनके च्वाइस के अनुरूप जिला-विद्यालय नहीं प्राप्त हुआ। 21 नवंबर को विशेष समस्या के कारण सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए स्थानांतरण हेतु नियमित शिक्षक, विशिष्ट शिक्षक एवं विद्यालय

देखी जायेगी छात्र-शिक्षक अनुपात की क्या स्थिति भी


अध्यापकों से सात श्रेणियों में ऑनलाइन आवेदन प्राप्त किये गये। इन सात श्रेणियों में असाध्य रोग (स्वयं, पति-पत्नी, बच्चों के विभिन्न प्रकार के कैंसर), गंभीर रुग्णता (स्वयं, पति पत्नी, बच्चों के किडनी रोग, हृदय रोग, लीवर रोग), दिव्यांगता के आधार पर स्वयं नियुक्त, ऑटिज्म मानसिक दिव्यांगता (स्वयं, पति-पत्नी, बच्चे), विधवा व परित्यक्ता, पति-पत्नी के पदस्थापन के आधार एवं ऐच्छिक स्थान से वर्तमान पदस्थापन की दूरी शामिल किये गये। इन सात श्रेणियों में तकरीबन 1.90 लाख आवेदन प्राप्त हुए। प्रथम चरण में श्रेणी के तहत प्राप्त आवेदनों के आधार पर अंतर जिला स्थानांतरण मुख्यालय द्वारा किया गया।

अंतर जिला एवं जिले के अंदर स्थानांतरित ऐसे शिक्षकों का विद्यालय आवंटन जिला द्वारा किया गया। विद्यालय आवंटन के बाद कतिपय शिक्षकों द्वारा शिक्षा विभाग को अवगत कराया गया कि उनके द्वारा दिये गये दस विकल्प में से कोई विकल्प प्राप्त नहीं हुआ है। ऐसे मामलों में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने की सुविधा ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर उपलब्ध करायी गयी है। संबंधित मामलों को निपटारा हेतु जिला स्थापना समिति के समक्ष रखा जायेगा। इस बीच 30 जून एवं एक जुलाई को 10,322 महिला शिक्षकों की पोस्टिंग की गयी है। इसके साथ ही 6,335 महिला शिक्षकों को जिला आवंटन किया गया है।
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