स्कूलों के 3161 शिक्षकों से गैरहाजिरी पर जवाब तलब

 स्कूलों के 3161 शिक्षकों से गैरहाजिरी पर जवाब तलब

सीवान, हिन्दुस्तान संवाददाता।


जिले के 19 प्रखंडों के 3161 सरकारी शिक्षक-शिक्षिकाओं से विभाग ने 8 दिनों से ई-शिक्षा कोष एप पर उपस्थिति दर्ज नहीं कराने पर गुरुवार को स्पष्टीकरण मांगा है।


इसमें सीवान सदर प्रखंड के 195 शिक्षक-शिक्षिकाओं से डीईओ ने स्पष्टीकरण मांगा है। इस संदर्भ में डीईओ राघवेन्द्र प्रताप सिंह के जारी पत्र के मद्देनजर पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर साक्ष्य समेत स्पष्टीकरण का जवाब एचएम के माध्यम से डीईओ कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।



स्पष्टीकरण में संबंधित शिक्षक शिक्षिकाओं को इस बात का उल्लेख करना होगा कि किन परिस्थिति में उनके द्वारा ई-शिक्षा कोष एप पर अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई गई है। संबंधित शिक्षक-शिक्षिकाओं ने 9 जुलाई से 16 जुलाई तक की अवधि में ई-शिक्षा कोष मोबाइल एप पर अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है। बहरहाल, जिला शिक्षा कार्यालय केअनुसार, जिले के प्रारंम्भिक, मध्य, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों के सभी एचएम व शिक्षकों को एक सितंबर 2024 से ई-शिक्षा कोष मोबाइल एप पर प्रतिदिन अपनी उपस्थिति दर्ज करानी है। इस निर्देश के मद्देनजर अधिकतर शिक्षक रोजाना अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं, लेकिन कुछ शिक्षक अभी भी ऐसे हैं, जो विभागीय निर्देश का पालन करने में पूरी तरह से उदासीनता बरत रहे हैं। ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाएं रोजाना ई-शिक्षा कोष एप पर अपनीउपस्थिति दर्ज नहीं करा रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए 9 जुलाई से 16 जुलाई तक के प्रतिवेदन से यह स्पष्ट हुआ कि 3161 सरकारी शिक्षक शिक्षिकाएं पिछले 8 दिनों से किसी न किसी दिन या फिर सभी दिन ई-शिक्षा कोष मोबाइल एप पर अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं किए हैं।


महाराजगंज के 297 शिक्षक शिक्षिकाओं से स्पष्टीकणः जिले के महाराजगंज के 297 सरकारी शिक्षक-शिक्षिकाओं से डीईओ राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं, बड़हरिया प्रखंड के 249, भगवानपुर हाट के 247, गोरेयाकोठी के 239, आंदर प्रखंड के 187 शिक्षक-शिक्षिकाओं से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सीवान सदर के 195, बसंतपुर के 181, नौतन के 168, पचरुखी के 166, लकड़ी नबीगंज के 163, जीरादेई के 149,127, दरौंदा के 118, रघुनाथपुर प्रखंड के 101 व मैरवा के 89 शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल हैं, जिनसे डीईओ ने स्पष्टीकरण मांगा है।

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