अभूतपूर्व प्रगति कर चुका मेडिकल साइंस भी मानता है कि सर्जरी से जेंडर चेंज व वीमेन ऑर्गन ट्रांसप्लांट कराकर भी पुरुष से महिला बनी का मां बन पाना मुश्किल है। मेडिकल साइंस के लिए भले यह मुश्किल हो पर बिहार शिक्षा विभाग प्रैक्टिकली न सही ऑन रिकॉर्ड पुरुष को न केवल महिला बना दे रहा है बल्कि पुरुष शिक्षक को प्रसव के लिए मेटरनिटी लीव भी स्वीकृत कर कीर्तिमान रच दिया है। यह कारनामा उटपटांग कार्यशैली के लिए सवालों से घिरते रहे वैशाली जिला शिक्षा विभाग की है। यह हैरतअंगेज मामला सामने आने के बाद संबंधित शिक्षक हंसी के पात्र बने हुए हैं। विभागीय अधिकारी इसे टेक्निकल फॉल्ट बता हंसते टाल जा रहे हैं। कुछ शिक्षकों ने कहा है कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के इस ई-शिक्षकोश पोर्टल ने शिक्षक व शिक्षा विभाग के मुंह पर कालिख पोत दी है।
महुआ के एक उच्च माध्यमिक विद्यालय का मामला
वैशाली जिला के महुआ हसनपुर ओस्ती उच्च माध्यमिक विद्यालय के एक शिक्षक हंसी का पात्र बने हैं। पोर्टल पर शिक्षक के नाम व मातृत्व अवकाश के विवरण अंकित हैं। शिक्षक की प्रतिष्ठा, उनके मान-सम्मान का ख्याल कर उनके नाम का उल्लेख नहीं कर रहे। बताया गया कि बीते नवम्बर माह से शिक्षकों की उपस्थिति पोर्टल पर बननी शुरू हुई है। शिक्षक नवम्बर माह से कथित रूप से अवकाश पर हैं। चालू दिसंबर माह में शिक्षक के उपस्थिति कॉलम में मेटरनिटी लिव अंकित दिख रहा है। है
क्या कहते हैं एचएम
शिक्षक की उपस्थिति विवरणी (अबसेंटी) बनाने के दौरान पोर्टल पर यह गड़बड़ी नजर आई। अपने स्तर से विभागीय अधिकारी को इसके बारे में अवगत करा चुके हैं। मनोज कुमार गुंजन, एचएम
