सरकारी स्कूलों के मध्याह्न भोजन में गड़बड़ी की शिकायत आती रही है, लेकिन इस बार इस बच्चों को खाने के लिए दिए जाने वाले अंडों की हेरफेर का मामला सामने आया है। अनाज की हेरफेर को पकड़ने वाले अभिभावक शिक्षकों पर नजर रख रहे हैं। बच्चों की फर्जी उपस्थिति बनाकर शिक्षकों द्वारा उनके नाम पर मध्याह्न भोजन के ज्यादा उठाव का गुस्सा हेड मास्टर के झोले में अंडे देख फूट पड़ा। एक स्कूल के शिक्षक अपने झोले में मध्याह्न भोजन के अंडे ले जाते दिखे। इसका वीडियो वायरल हो गया। मामले ने तूल पकड़ा तो शिक्षा विभाग ने जांच शुरू की। पता चला कि फर्जी तरीके से उपस्थिति बनाकर कुछ शिक्षक मध्याह्न भोजन के अंडे को अपने घर ले जा रहे थे। इनमें हेड मास्टर को लोगों ने झोले के साथ दबोचा था।
ग्रामीण आक्रोशित हो गए
स्कूल के प्रधानाध्यापक को झोले में भरकर अंडे ले जाते देख ग्रामीण आक्रोशित हो गए। गुस्साए लोगों ने घटना का जमकर विरोध किया गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। इसके बाद शिक्षा विभाग ने वीडियो को संज्ञान में लेते हुए पूरे मामले की जांच का आदेश दिया और प्रधानाध्यापक से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा। पूरा मामला वैशाली जिले के लालगंज प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है।
स्पष्टीकरण की मांग की गई है
जिला शिक्षा पदाधिकारी वैशाली की ओर से पत्र जारी किया गया है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक से 24 घंटे के अंदर अपने निलंबन और प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। इधर, गुरुजी का अंडा चोरी करने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब तेजी से वायरल हो रहा है। लोगों का आरोप है कि बच्चों के नाम पर मध्याह्न भोजन योजना में लूटखसोट लगातार हो रही है। कई बार ऐसा मामला सामने आ चुका है। अब शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन एवं बच्चों के पढ़ाई पर पैनी नजर रख रहा है। जांच और कार्रवाई की प्रक्रिया तेज हो गई है, इसलिए तत्काल इस मामले में भी एक्शन लिया गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी बीरेंद्र नारायण ने बताया कि मामला संज्ञान में है। स्पष्टीकरण की मांग की गई है। जांच का आदेश दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
