जासं, सिवान : शिक्षकों की
लेटलतीफी पर अंकुश लगाने व छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा तरह-तरह का प्रयोग किया जा रहा है। वहीं शिक्षा विभाग द्वारा विकसित ई-शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज की जा रही है। गुरुवार को तकनीकी गड़बड़ी के कारण जिले के विभिन्न विद्यालयों के 6 हजार 539 शिक्षकों की हाजिरी नहीं बन पाई। ऐसे में ये शिक्षक वेतन कटौती सहित अन्य कार्रवाई के भय से तनाव में रहे। जिला शिक्षा विभाग कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में नियमित, नियोजित, बीपीएससी शिक्षक के अलावा मदरसा और संस्कृत विद्यालय में कुल 18 हजार 459 शिक्षक कार्यरत हैं। शिक्षकों का कहना है कि एप की सेटिंग में कुछ बदलाव हुआ है। इस कारण परेशानी का
सामना करना पड़ रहा है। जिसका खामियाजा उन्हें झेलनी पड़ रही है। विभाग द्वारा मुकम्मल तैयारी नही करने के चलते अब यह परेशानी का सबब बन गया है। इससे छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। इस संबंध में स्थापना डीपीओ अवधेश कुमार ने बताया तकनीक गड़बड़ी व जानकारी के अभाव में ऐसा हो रहा है। शिक्षकों को परेशान होने की जरूरत नही है। एप के साथ-साथ उनको भौतिक उपस्थिति भी दर्ज करना है। एप में गड़बड़ी होने पर भौतिक उपस्थिति व हेडमास्टर के प्रतिवेदन पर शिक्षकों के वेतन का भुगतान किया जाएगा
