सोने के भाव में जल्द होगी बड़ी गिरावट, रखें या फिर बेंचे? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
इस साल सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है. सालाना आधार पर सोने का भाव करीब 61 प्रतिशत बढ़ा है, जिससे यह शेयर, बॉन्ड और अन्य निवेश साधनों की तुलना में निवेशकों को सबसे अधिक रिटर्न देने वाला विकल्प साबित हुआ है. हालांकि, अब बाजार में यह सवाल उठ रहा है कि क्या आने वाले समय में यह तेजी जारी रहेगी या सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी.
विश्लेषकों का अनुमान
एएनजेड बैंक (ANZ Bank) के अनुसार, अगले साल सोने की कीमतों में भारी गिरावट आ सकती है. इस साल सोने के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की मुख्य वजह भू-राजनीतिक तनाव, आर्थिक अनिश्चितता, डॉलर की कमजोरी और अमेरिकी ब्याज दरों में संभावित कटौती को माना जा रहा है. स्पॉट गोल्ड ने अब तक का उच्चतम स्तर 4,225.69 डॉलर प्रति औंस छुआ और फिर 0.4 प्रतिशत बढ़कर 4,224.79 डॉलर पर पहुंच गया.
जब भी वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता या संकट की स्थिति बनती है, निवेशक सुरक्षित संपत्ति के रूप में सोने में निवेश बढ़ा देते हैं. रायटर्स द्वारा उद्धृत एएनजेड की रिपोर्ट के अनुसार, सोने की कीमतें इस साल के अंत तक 4,400 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं, जबकि 2026 के जून तक यह 4,600 डॉलर के आसपास जा सकती है. हालांकि, इसके बाद अगले साल की दूसरी छमाही में कीमतों में बड़ी गिरावट की संभावना जताई गई है.
निवेशकों के लिए सलाह
एएनजेड की रिपोर्ट के मुताबिक, राजनीतिक अस्थिरता, टैरिफ विवाद और भू-राजनीतिक तनाव जैसे कारकों के चलते निवेशक अभी भी सोने की ओर आकर्षित होते रहेंगे. रिपोर्ट में यह भी अनुमान लगाया गया है कि चांदी की कीमतें 2026 के मध्य तक 57.50 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं. हालांकि, यदि अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed) का रुख सख्त हुआ या अमेरिकी अर्थव्यवस्था अपेक्षा से बेहतर प्रदर्शन करती रही, तो इसका विपरीत असर देखने को मिल सकता है और सोने की कीमतों में गिरावट आ सकती है.