छात्रा के मौत मामले की हत्या के बिंदु से जांच शुरू
चितकोहरा के अमलाटोला कन्या मध्य विद्यालय में 27 अगस्त को जलने से छात्रा की मौत के मामले में पुलिस हत्या के बिंदु पर जांच शुरू कर दी है। हत्या का केस दर्ज होने के बाद जांच के सिलसिले में शुक्रवार को एफएसएल की टीम दोबारा स्कूल पहुंची। शौचालय के साथ ही उसके आसपास के इलाके की गहन छानबीन की गई। माना जा रहा है पहले इकट्ठा नूमनों के मिले लीड के बाद एफएसएल दोबारा वहां पहुंची थी।
पुलिस के वरीय अधिकारियों की मानें तो छात्रा की हत्या के विभिन्न पहलुओं पर मामले की जांच की जा रही है। इधर घटना के बाद तोड़तोड़
और पुलिस पर पथराव करने के आरोप में 47 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिनमें 27 को हिरासत में लिया गया है। शेष आरोपितों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। दरअसल, परिजनों ने पहले ही आशंका जताई थी कि नाबालिग की हत्या की गई है। पिता के बयान पर हत्या
का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसपी सिटी दीक्षा ने बताया कि नाबालिग की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने स्कूल में तोड़फोड़ की थी। इससे सरकारी संपत्ति को नुकसान हुआ है। इस मामले में 17 लोगों पर नामजद तथा 50 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। दूसरे दिन
पटना, मुख्य संवाददाता। कन्या मध्य विद्यालय, अमलाटोला में 27 अगस्त को पांचवीं वर्ग की छात्रा की आग लगने से मौत की घटना के मामले को जिला प्रशासन पटना ने गंभीरता से लिया है। शुक्रवार को जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रधानाध्यापक प्रेमलता कुमारी को
चितकोहरा गोलंबर के पास सड़क जाम कर लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया था, जिसमें एक हवलदार समेत कई घायल हो गए थे। इस मामले में गर्दनबाग थाने में अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें 30 आरोपितों पर नामजद तथा सौ अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। स्थानीय लोगों
कन्या मध्य विद्यालय की प्रधानाध्यापिका निलंबित
निलंबित कर दिया है। साथ ही उनके विरुद्धविभागीय कार्रवाई प्रारंभ की जा रही है। जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि यह घटना दुखद है। यह एक आपराधिक लापरवाही है। इस घटना की जांच पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर की जा रही है। डीएम ने कहा कि विद्यालय परिसर के अंदर ऐसी घटना घटित
ने तोड़फोड़ और पथराव कर पुलिस अनुसंधान को प्रभावित करने का काम किया है। इसलिए यह कार्रवाई की जा रही है। इस घटना में दो जांच टीम गठित की गई है। एक टीम नाबालिग की मौत कैसे हुई इसकी जांच कर रही है। दूसरी टीम घटना के बाद कुछ असामाजिक तत्वों ने उपद्रव किया था
पत्र निर्गत करने का निर्देश दिया गया होना प्रधानाध्यापक की लापरवाही को प्रदर्शित करता है। डीईओ को निलंबित प्रधानाध्यापक के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही के संचालन के लिए आरोप है। निलंबित प्रधानाध्यापक प्रेमलता कुमारी का निलंबन अवधि में मुख्यालय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, फुलवारीशरीफ तय किया गया है।
उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नाबालिग की जलने से मौत: पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नाबालिग की जलने से मौत बताया है। इसलिए विसरा को सुरक्षित रखते हुए जांच की कार्रवाई की जा रही है।