शिक्षकों के तबादले में फंसा अधिकारियों का स्थानांतरण

 शिक्षकों के तबादले में फंसा अधिकारियों का स्थानांतरण

पटना। राज्य में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के तबादले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों का स्थानांतरण फंस गया है।



बिहार शिक्षा सेवा के प्रशासनिक उपसंवर्ग के अधिकारियों का चालू जून माह में तबादले के आसार थे। इसमें जिलों में पदस्थापित कार्यक्रम पदाधिकारियों, जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों एवं जिला शिक्षा पदाधिकारियों के साथ ही राज्य मुख्यालय के उप निदेशक स्तर के अधिकारियों को शामिल किये जाने के आसार थे। चालू जून माह में संभावित अधिकारियों के स्थानांतरण पदस्थापन में ही क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशकों के पदों पर बिहार शिक्षा सेवा के प्रशासनिक उपसंवर्ग के अधिकारियों की पोस्टिंग की भी प्रबल संभावना थी। लेकिन, सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के स्कूल आवंटन का कार्य तय समय-सीमा में पूरा नहीं होने की वजह से बिहार शिक्षा सेवा के प्रशासनिक उपसंवर्ग के अधिकारियों के स्थानांतरण पर ग्रहण लग गया है।

पहले से तय शिड्यूल के तहत स्कूल आवंटन के बाद स्थानांतरित शिक्षकों को 30 जून तक विद्यालयों में योगदान करना था। लेकिन, अब तक 6ठी से 8वीं, 9वीं-10वीं एवं 11वीं-12वीं कक्षा के शिक्षकों का दूरी के आधार पर स्थानांतरण (स्कूल आवंटन) का आदेश जारी नहीं हुआ है। इस बीच 10 जुलाई से शिक्षकों का पारस्परिक स्थानांतरण शुरू होना है। पारस्परिक स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरे जुलाई माह तक चलेगी। ऐसी स्थिति में उसके पहले जिला शिक्षा पदाधिकारियों के स्थानांतरण से शिक्षकों के तबादले में समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए कि शिक्षकों के तबादले की अब तक की प्रक्रिया में सभी जिलों में वर्तमान जिला शिक्षा पदाधिकारी शामिल रहे हैं।

बहरहाल, बिहार शिक्षा सेवा के प्रशासनिक उपसंवर्ग के अधिकारियों के तबादले पर ग्रहण लगने से जहां मलाईदार पदों पर जमे अधिकारियों को जीवनदान मिल गया है, वहीं इन पदों पर पदस्थापन का सपना संजोये अधिकारियों को अपनी उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
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