बिहार के इस जिले में 10 शिक्षकों नौकरी पर खतरा, कर रहे थे बड़ा फर्जीवाड़ा; DEO ने मांगा जवाब
बिहार की ध्वस्त शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से लगातार काम किए जा रहे हैं। बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों के लिए तमाम उपाय किए जा रहे हैं, ताकि शिक्षा की स्थिति में सुधार आ सके लेकिन कुछ ऐसे शिक्षक भी हैं जो अब भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। सहरसा से एक ऐसा ही मामला सामने आया है।
दरअसल, सहरसा में एक प्रखंडों के 10 शिक्षक शिक्षा विभाग के साथ चालबाजी कर रहे थे। जांच के दौरान उनके द्वारा फर्जी अटेंडेंस बनाने की बात सामने आई है। हाजिरी में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी अनील कुमार ने इन सभी शिक्षकों से तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मध्य विधालय सरबेला मुसहरी के शिक्षक मनोज चौधरी एवं श्याम कुमार, उत्तक्रमित मध्य विद्यालय बनमा स्कूल के कुमारी गुड्डी, उत्तक्रमित मध्य विधालय तेलियाहाट स्कूल के प्रेमलता कुमारी, उत्तक्रमित मध्य विधालय अफजलपुर स्कूल के उम्मे रुमण एवं क्रांति किरण, उच्च माध्यमिक विधायक सरबेला स्कूल के दिव्या भारती एवं शदन रहमान, नव प्राथमिक विधालय ईटहरी उत्तरी के प्रधानाध्यापक अनील कुमार, उर्दू प्राथमिक विद्यालय, आरा घाट महिषी फरहाना नाज से स्पष्टीकरण जवाब मांगा गया है।
बताते चलें कि इन सभी अलग-अलग विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा मई माह में एक ही फोटो को फर्जी तरीके से बदल-बदलकर हाजिरी बनाइ गई। कुछ शिक्षक ई शिक्षा पोर्टल पर अपनी तस्वीर भी नहीं डाल रहे थे। सभी से तीन दिनों के अदंर स्पष्टीकरण जवाब मांगा गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के इस एक्शन के बाद जिले के शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।
