8th pay commission : मूल वेतन को तय किए गए फिटमेंट फैक्टर से गुणा करके की जाती है बेसिक वेतन में बढ़ोतरी

8th pay commission : मूल वेतन को तय किए गए फिटमेंट फैक्टर से गुणा करके की जाती है बेसिक वेतन में बढ़ोतरी

 8th pay commission : मूल वेतन को तय किए गए फिटमेंट फैक्टर से गुणा करके की जाती है बेसिक वेतन में बढ़ोतरी

दरअसल, फिटमेंट फैक्टर के आधार पर ही मूल वेतन में बढ़ोतरी होती है। उदाहरण के लिए अगर किसी कर्मचारी का मूल वेतन (बेसिक सैलरी) 20 हजार रुपये हैं तो उसे फिटमेंट फैक्टर 2.86 से गुना किया जाएगा। इसके आधार पर मूल वेतन बढ़कर 57,200 रुपये हो सकता है। 




लेकिन सूत्र बताते हैं कि फिटमेंट फैक्टर 2.0 से नीचे ही रहेगा। सरकार 1.90 से लेकर 1.95 का फिटमेंट फैक्टर लगा सकती है। सूत्र यह भी बताते हैं कि सरकार इस बार फिटमेंट को कम रखकर महंगाई भते को समायोजित करने के लिए अलग से कोई फॉर्मूला ला सकती है।

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