टीआरई 3 के तहत भी नगर परिषद क्षेत्र के विद्यालय को नहीं मिले शिक्षक
राजकीयकृत मध्य विद्यालय, बीहट सहित नगर के किसी भी विद्यालय को टीआरई 3 के तहत एक भी शिक्षक नहीं मिल पाए। यहां तक कि हाल में 31 मार्च को शिक्षा विभाग के एसीएस एस. सिद्धार्थ से भी मध्य विद्यालय बीहट के बच्चों ने अनुनय-विनय किया था। इसके बावजूद भी विद्यालय को एक शिक्षक भी नसीब नहीं हो पाया। इधर शिक्षक संकट के गंभीर दौर से गुजर रहे मध्य विद्यालय बीहट के प्रधान रंजन कुमार ने बिहार सरकार के शिक्षा विभाग से फिलहाल 15 शिक्षकों की मांग की है। विभाग को एक बार फिर मार्मिक पत्र देकर गणित विज्ञान, अंग्रेजी,
संस्कृत और कंप्यूटर जैसे महत्वपूर्ण विषयों में स्नातक ग्रेड के कम-से-कम 15 शिक्षकों की मांग की है। साथ ही एक सप्ताह के भीतर कोई ठोस निर्णय नहीं लेने की स्थिति में 18 मई 2025 को बेगूसराय जिला मुख्यालय में अध्यापक अधियाचना सत्याग्रह पर बैठने की बात कही। विद्यालय प्रधान ने कहा कि 2 जून से तीन दिवसीय क्रमिक उपवास की भी शुरुआत करेंगे। साथ ही यह आंदोलन चरणबद्ध रूप से सख्त स्वरूप ग्रहण करेगा और इसकी नैतिक जिम्मेदारी पूरी तरह से शिक्षा विभाग बिहार सरकार की होगी। विदित हो कि विद्यालय में वर्ष 2012 के बाद से क्रमशः शिक्षक स्थानांतरण, प्रोत्रति एवं सेवानिवृत्ति के चलते शिक्षकों कीसंख्या घटती चली गयी है
परंतु किसी भी स्तर पर रिक्तियों की भरपाई नहीं की गयी। साथ ही विगत 13 वर्षों से विभागीय पत्राचार, जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से आग्रह के बावजूद भी समाधान नहीं हुआ।
श्री कुमार ने कहा यह मात्र मेरी याचना नहीं है, बल्कि कक्षा 6 से 8 में पढ़नेवाले सैकड़ों बच्चों का संवैधानिक अधिकार है, जिसकी रक्षा के लिए एक शिक्षक और नागरिक के होने के नाते मेरी जिम्मेदारी है। इस मसले पर शिक्षा समिति की सचिव रिंकू कुमारी सहित स्थानीय नागरिकों ने भी प्रधानाध्यापक के पक्ष का समर्थन करते हुए राज्य सरकार से विद्यालय को तुरंत शिक्षक उपलब्ध कराने की मांग की है।