बिना अनुमति के विद्यालय से अनुपस्थित रहे 3942 शिक्षक

 सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक माहौल बनाने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव लगातार ऑनलाइन चिह्नित विद्यालयों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. डीइओ, डीपीओ, बीइओ, डीपीएम, बीपीएम सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी को दिशा-निर्देश जारी कर रहे हैं. इसके अलावा इ शिक्षा कोष पोर्टल पर शिक्षक एवं नामांकित


बच्चों की उपस्थिति ऑनलाइन ली जा रही है. बावजूद विद्यालयों में शैक्षणिक माहौल नहीं बन रहा.


प्रतिदिन सात से आठ हजार शिक्षक विभिन्न मामलों को लेकर अनुपस्थित चल रहे हैं. शुक्रवार का आंकड़ा बताता है कि जिले में सभी कोटि के 2586 सरकारी विद्यालय में पदस्थापित 25627 शिक्षकों में से मात्र 16718 ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई. 709 शिक्षक स्कूल से बाहर प्रतिनियोजित हैं. 4258 शिक्षक अनुमति लेकर छुट्टी पर रहे. 3942 शिक्षक बिना अनुमति के विद्यालय से अनुपस्थित थे. इ शिक्षा कोष पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ा बताता है कि सबसे अधिक 155 शिक्षक मनीगाछी प्रखंड के तथा सबसे कम 09 शिक्षक गौड़ाबौराम प्रखंड के अन्यत्र प्रतिनियोजित हैं.



बहेड़ी प्रखंड क्षेत्र के सबसे अधिक 358 शिक्षक ऑन लीव आंकड़ा

बताता है कि सबसे अधिक 358 शिक्षक बहेड़ी प्रखंड क्षेत्र से ऑन लीव हैं, जबकि सबसे कम 66 शिक्षक किरतपुर प्रखंड क्षेत्र से ऑन लीव हैं. सबसे अधिक 343 शिक्षक ग्रामीण क्षेत्र से बिना सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित रहे. सबसे कम 42 शिक्षक कुशेश्वर पूर्वी प्रखंड क्षेत्र से बिना सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित थे. हालांकि विभाग ने नो वर्क नो पे सिस्टम के तहत पोर्टल पर दैनिक उपस्थिति दर्ज नहीं कराने वाले शिक्षकों के उस दिन का वेतन काटने का प्रावधान कर रखा है. बावजूद इसका असर शिक्षकों पर नहीं दिख  में रहा है

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