औरंगाबाद, अंबा, संवाद सूत्र। कार्तिक पूर्णिमा की छुट्टी को लेकर सरकारी स्कूलों के शिक्षक शुक्रवार को उहापोह में रह गए। कुछ स्कूलों के शिक्षकों ने ई-शिक्षकोष एप पर हाजिरी बनाई तो अधिकांश स्कूलों के शिक्षकों ने छुट्टी समझकर हाजिरी नहीं बनाई। ई-शिक्षाकोष के बिहार एजुकेशन प्रोजेक्ट काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार जिले में कुल 2299 स्कूल है।
इसमें 431 स्कूलों के शिक्षकों ने हाजिरी बनाई है तथा 1868 स्कूलों के शिक्षकों ने हाजरी नहीं बनाई है। जिले में कुल 15210 शिक्षक हैं। इनमें 279 का सेल्फ अटेंडेंस बना है। 488 मार्क ऑन ड्यूटी पर हैं। 216 शिक्षक छुट्टी पर रहे। इस तरह कुल 14227 शिक्षकों ने हाजिरी नहीं बनाई। विदित हो कि शैक्षिक कैलेंडर के मुताबिक कार्तिक पूर्णिमा को छुट्टी थी।
ई-शिक्षकोष एप पर भी छुट्टी दिख रहा था। ऐसी स्थिति में अधिकांश स्कूल बंद रहे और शिक्षक छुट्टियां मनाते रहे। खलबली तब मची जब शिक्षकों ने ई-शिक्षकोष के बिहार एजुकेशन प्रोजेक्ट काउंसिल की रिपोर्टदेखी। इस संबंध में जब जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि दोनों तरह की चिह्नी प्राप्त हुई थी। एक चिह्नी में कार्तिक पूर्णिमा की छुट्टी थी। दूसरी चिह्नी में जनजाति गौरव दिवस मनाने को कहा गया था।
शिक्षकों को मौखिक निर्देश दिया गया था कि गौरव दिवस का आयोजन कर छुट्टी कर देंगे। कुल मिलाकर यह देखा जाए तो ऐसा प्रतीत होता है कि कहीं से यह स्पष्ट निर्देश नहीं था कि स्कूल खुला रखना है या बंद रखना है। ऐसी स्थिति में शिक्षकों का उहापोह में होना लाजमी है। शुक्रवार की सुबह स्कूल टाइमिंग तक शिक्षक यह पता लगाते पाए गए की स्कूल खुला है या नहीं
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