हैलो मास्टर साहब, म्युचुअल करा लीजिए, हम भी घर के नजदीक आ जायेंगे और आप भी

 हैलो मास्टर साहब, म्युचुअल करा लीजिए, हम भी घर के नजदीक आ जायेंगे और आप भी



स्थानांतरण की प्रक्रिया में कई बार बदलाव होने के कारण शिक्षक काफी परेशान हैं. कुछ शिक्षकों का स्थानांतरण हो भी गया है, लेकिन जिनका स्थानांतरण अभी तक नहीं हुआ है, वे सभी शिक्षक अपने नये विद्यालय से संबंधित विभागीय अपडेट के इंतजार में थे. इसी बीच गुरुवार की शाम विभाग द्वारा एक पत्र जारी किया गया, जिसमें शिक्षकों को स्वयं स्थानांतरण करने की सुविधा उपलब्ध कराने का जिक्र है. विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ द्वारा जारी किये गये पत्र में यह बताया गया है कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न चरणों में शिक्षकों का स्थानांतरण किया गया है. इसमें देखा गया है कि काफी शिक्षक असंतुष्ट हैं. संबंधित शिक्षकों ने विभिन्न स्तरों पर इसकी शिकायत भी दर्ज करायी है. स्थानांतरण के बाद यह भी देखा गया है कि जिन विद्यालयों से कुछ शिक्षकों का स्थानांतरण हो गया है और वहां नये शिक्षक पदस्थापित नहीं

हो सके हैं, वहां शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है. इसलिए सरकार ने यह निर्णय लिया है कि शिक्षकों को अपना स्थानांतरण कर विद्यालय का चयन स्वयं करने का मौका दिया जाये. इसके तहत एक ही प्रकार के शिक्षक दो या दो से अधिक तथा अधिकतम 10 शिक्षकों का समूह बनाकर अपने बीच विद्यालयों में परस्पर स्थानांतरण कर सकेंगे. जिस शिक्षक के लिए जो विद्यालय नजदीक होगा, वह उस विद्यालय का चयन कर लेगा. यह

निर्देश जारी होते ही शिक्षक अपने सहयोगी शिक्षक की तलाश में जुट गये हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से एक दूसरे से संपर्क स्थापित कर म्युचुअल की बात करने लगे हैं. एक-दूसरे से कहने लगे हैं कि आप मेरे विद्यालय में

चले आइए और हम आपके विद्यालय में आ जा रहे हैं. इससे दोनों लोगों को सुविधा हो जायेगी. कई शिक्षकों का यह भी कहना है कि सरकार ने अब स्कूल ढूंढ़ने की जिम्मेदारी खुद शिक्षकों को ही सौंप दी है. अब शिक्षक ट्रांसफर होने तक इसी कार्य में परेशान रहेंगे.

एक ही कैटेगरी के शिक्षकों का ही हो सकेगा म्युचुअल अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी किये गये पत्र में यह निर्देश दिया गया है कि एक ही कैटेगरी के शिक्षकों का म्युचुअल हो सकेगा. नियमित शिक्षक से नियमित शिक्षक, विशिष्ट शिक्षक से विशिष्ट शिक्षक, विद्यालय अध्यापक से विद्यालय अध्यापक ही म्युचुअल करा सकेंगे. जहां तक विषय की बात है, तो वहां भी यही नियम लागू होगा. उदाहरण के लिए गणित से गणित के शिक्षक, भौतिकी से भौतिक के शिक्षक, रसायन शास्त्र से रसायन शास्त्र के शिक्षक ही परस्पर स्थानांतरण कर सकेंगे.

सकेंगे स्थानांतरण के लिए इच्छुक शिक्षकों की सूची जो भी शिक्षक

इ-शिक्षाकोष पर लॉग-इन कर देख स्थानांतरण चाहते हैं, वो इ-शिक्षाकोष पर लॉग-इन कर संबंधित जिले में स्थानांतरण के इच्छुक शिक्षकों की सूची देख सकेंगे. इस प्रक्रिया में कोई भी शिक्षक दो या दो से अधिक अधीनस्थ 10 वैसे शिक्षकों का चयन कर सकते हैं, जो पारस्परिक स्थानांतरण के इच्छुक हैं. ओटीपी के माध्यम से संबंधित शिक्षकों का मोवाइल नंबर प्राप्त हो सकेगा, जिनसे संपर्क कर वे अपने इच्छित विद्यालय का चयन कर सकेंगे 
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