प्रोन्नत वेतनमान की शिक्षकों ने लगाई बीएसए से गुहार
हाथरस: उत्तर प्रदेशीय अनुसूचित जति-जनजाति बेसिक शिक्षक महासंघ के पदाधिकारियों ने मंगलवार को बीएसए से मुलाकात की। इस दौरान पदाधिकारियों ने शिक्षा निदेशक के नाम एक ज्ञापन बीएसए को दिया। ज्ञापन में कहा है 20 दिसंबर 2001 में वर्णित व्यवस्था के कम में कहा गया है कि ऐसे शिक्षक/शिक्षिकायें जिन्होने सामान्य वेतनमान में 10 वर्ष पश्चात चयन वेतनमानमें 12 वर्ष अर्थात एक पद पर 22 वर्ष की संतोषजनक सेवा पूर्ण कर ली हो। कुल पद धारकों की संख्या 20 प्रतिशत की सीमा तक प्रोन्नत वेतनमान देय होगा। वर्तमान में प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक / शिक्षिकाओं की कतिपय कारणों से विगत कई वर्षों से न तो पदोन्नति ही हो पा रही है और न ही उनको प्रोन्नत वेतनमान का लाभ ही मिल पा रहा है।
विभागीय निर्देशों के बावजूद जनपदों में स्थिति जस की तस बनी हुई है। अधिकतर जिला बेसिक शिक्षा शिक्षा अधिकारियों ने कार्य में कोई रूचि नहीं ली जा रही है। माध्यमिक शिक्षकों को कुल संख्या की 100 प्रतिशत की सीमा तक शत प्रतिशत माध्यमिक शिक्षकों को प्रोन्नत वेतनमान का लाम दिया जाता है। जबकि परिषदीय शिक्षक / शिक्षिकाओं कुल-20 प्रतिशत सीमा तक ही प्रोन्नत वेतनमान का लाभ दिया जाता है जोकि समीचीन नहीं है। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष सोहन सिंह,जिला महामंत्री जय सिंह पाल, जिला कोषाध्यक्ष राकेश कुमार,जिला मीडिया प्रभारी मोरमुकुट सिंह आदि मौजूद रहे।