मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता।
जिस स्कूल में 20 शिक्षक पदस्थापित हैं, वहां महज तीन कक्षाएं ही संचालित हो रही थीं। जिस स्कूल में 13 शिक्षक हैं, वहां एक ही कमरे में तीन कक्षा के बच्चे बैठाए गए थे। शनिवार को जिले के बड़े नाम वाले स्कूलों में शामिल मारवाड़ी हाईस्कूल और तिरहुत एकेडमी जैसे स्कूलों में जांच में यह अव्यवस्था सामने आई।
मारवाड़ी हाईस्कूल में नामांकन के अनुपात में महज छह फीसदी और तिरहुत एकेडमी में 10 फीसदी बच्चे मिले। इस मामले में दोनों स्कूल के प्रभारी समेत एक दर्जन से अधिक शिक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई की तैयारी है। डीईओ ने सभी से स्पष्टीकरण मांगते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। डीईओ ने कहा कि इन दोनों स्कूलों की स्थिति बेहद ही खराब है। प्रभारी के साथ ही ऐसे शिक्षक जिन्होंने बिना कॉपी जांचे ही रिजल्ट निकाल दिए, उन्हें निलंबित किया जाएगा।
उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन किये बगैर निकाल दिया रिजल्ट :
राजकीयकृत तिरहुत एकेडमी उच्च माध्यमिक विद्यालय में महज 88 बच्चे चार कक्षाओं को मिलाकर मिले। तीन कक्षा संचालित हो रही थी बाकि सभी शिक्षक एक जगह बैठे मिले। विद्यालय में साफ-सफाई की स्थिति बेहद खराब थी। वर्ग संचालन तालिका भी नहीं मिली। 9वीं के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति पंजी संधारित नहीं मिली। 9वीं एवं 11वीं की वार्षिक परीक्षा 2025 की व्यवहृत उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं किया गया। बगैर मूल्यांकन किये ही परीक्षाफल तैयार कर दिया गया। इस सत्र में 9वीं में 11 अप्रैल से नामांकन प्रारम्भ है। अबतक 182 छात्र-छात्राओं का नामांकन हुआ है। नामांकन शुल्क का पैसा बैंक खाता में जमा नहीं किया गया है।
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