दोस्तों नया साल आने मैं अब बस कुछ ही दिनों का टाइम बचा है और 2025 से ऐसे कुछ नए नियम लागू किए जाएंगे जिनमें डायरेक्ट इंपैक्ट आएगा नेता टेलीकॉम रूल के बारे में बताने जा रहे है जो 1 जनवरी 2025 से लागू किया जाएगा और इस रोल को टेलीकॉम एक्ट के तहत सितंबर 2022 में ऐड कर दिया गया था तो नए नियम के तहत 1 जनवरी 2025 से एक नया रूल लागू हो सकता है जिसका नाम रखा गया है ROW यानी कि राइट आफ वे
अब सबसे पहले समझे कि नया नियम क्या है तो नए नियम के तहत जितने भी बड़ी टेलीकॉम कंपनी ने काफी बड़ा फायदा होने वाला है क्योंकि इस टाइम भारत में टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर काफी देर से ग्रो कर रहा है अब उसमें सबसे बड़ा चैलेंज जो है जो मेजर्ली टेलीकॉम कंपनी के पास आ रहा था वह वाला था इंस्टॉलेशन को लेकर इंस्टॉलेशन प्रोसेस काफी बड़े होते थे उसमें कंपनी को परमिशन लेनी होती थी जो डिजिटल रिकॉर्ड है वह पूरी तरीके से मेंटेन करना होता था तोइसी प्रक्रिया को थोड़ा स्लो डाउन किया गया है बेटर बनाया गया है ताकि जो टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर है वह अच्छे से गो हो तो कुछ नई स्टैंडर्ड जो है वह तैयार किए गए हैं अगर कोई भी मोबाइल का इंस्टॉल किया जाता है कोई भी ऑप्टिकल फाइबर लाइंस इंस्टॉल की जाती है या फिर टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर कोई भी बड़ा डेवलपमेंट होता है तो सभी टेलीकॉम कंपनी को परमिशन लेनी होगी भले ही वह जो डेवलपमेंट है वह किसी पब्लिक प्रॉपर्टी पर किया जाए या किसी प्राइवेट प्रॉपर्टी पर किया जाए अब इसका सबसे बड़ा कैसे यह भी है कि यह नॉर्म्स जो प्रॉपर्टी ऑनर्स है और जो टेलीकॉम प्रोवाइड्स है वह दोनों को ही फॉलो करने होंगे ताकि जो पब्लिक सेफ्टी है वह भी प्रायोरिटी हो और ट्रांसपेरेंसी बढ़ जाए और इसका सबसे बड़ा फायदा होगा भारत के बड़े टेलीकॉम ऑपरेटरों को जैसे जिओ एयरटेल वोडाफोन आइडिया बीएसएनल सो जितनी भी बड़ी कंपनी है ना इन्हें पहले अपने मोबाइल टाइम इंस्टॉल करने में काफी ज्यादा स्ट्रगल फेस करना होता था मोबाइलका लगाने के लिए उन्हें परमीशंस लेनी होती थी उन्हें कुछ स्टैंडर्ड डॉक्यूमेंट है वह सेट करने होते थे तो यह प्रक्रिया सिमिलर लगा लेकिन इसके स्टैंडर्ड में कुछ चेंज किए गए हैं तो आप बस आसान शब्दों में समझे जो नया नियम लागू होगा यह सभी टेलीकॉम ऑपरेटरों के लिए होगा
यूजर्स को मिलेगा फायदा
लोगों को क्या फायदा होने वाला है तो यह जितने भी टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर में नए चेंज किए गए हैं इसकी वजह से जो भारत में 5G का रोल आउट है ना वह काम काफी तेज हो जाएगा आने वाले टाइम में जैसे मान लीजिए हम बीएसएनएल के 5G नेटवर्क का वेट कर रहे हैं हम वेट करें कि कब बीएसएनएल एयरटेल जिओ जैसी कंपनी अपने 5G सर्विसेस को एक्सपेंड करें तो अगर इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक तरीके से होगा अगर बेस्ड स्ट्रांग होगा तो उसके साथ जो आने वाले टाइम में सर्विस है वह हमें ठीक तरीके से मिलेंगे हम अच्छे तरीके से 5G नेटवर्क का इस्तेमाल कर पाएंगे और जल्दी हमें 5G नेटवर्क का एक्सेस भी मिल जाएगा डिपार्मेंट आफ टेलीकम्युनिकेशंस यानी की ड्यूटी के सेक्रेटरी नीरज मित्तल ने सभी स्टेटस को आग किया है कि जो भी आप कमिंग चेंज है जो नया नियम है आर ओ डब्ल्यू ई सभी टेलीकॉम कंपनी को अपनाना होगा और 1 जनवरी 2025 से इस रूल को लागू करना होगा अब सबसेबड़ी बात यही है कि इस रूल के आने से हम आम यूजर्स को काफी ज्यादा फायदा होने वाला है
