बिहार में 5.45 लाख शिक्षकों में से 1.90 लाख अध्यापक मौजूदा स्कूल से ट्रांसफर चाहते हैं। इनमें से 1.62 लाख शिक्षक ऐसे हैं जो घर के पास स्कूलों में जाना चाहते हैं। इसकी वजह उनके बुजुर्ग माता-पिता या छोटा बच्चा है। हालांकि प्राथमिकता के स्तर पर सबसे पहले गंभीर रोग से ग्रस्त शिक्षकों का ट्रांसफर होगा। इस कोटे के तहत 760 शिक्षकों ने आवेदन किया है। पति-पत्नी एक साथ स्कूल या पंचायत में पढ़ाएं, इस आधार पर 16356 आवेदन आए हैं। जबकि गंभीर बीमारी के मामले में 2579, दिव्यांग और अन्य कारणों से 5575 शिक्षकों ने ट्रांसफर के लिए आवेदन किया है। 1557 ऐसे शिक्षकों ने ट्रांसफर के लिए आवेदन किया है, जिनके परिजन मानसिक रूप से बीमार हैं। विधवा और परित्यक्त 1338 शिक्षिकाओं ने भी आवेदन दिया है। हालांकि विभाग ने 7 कारणों को ध्यान में रखकर शिक्षकों से आवेदन मांगा है। इसमें असाध्य रोग, गंभीर बीमारी, दिव्यांगता, विधवा एवं परित्यक्त, पति-पत्नी का पदस्थापन और लंबी दूरी है। ट्रांसफर के लिए न्यूनतम 3 और अधिकतम 10 विकल्प देने अनिवार्य हैं।