मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। सक्षमता पास ज्यादातर शिक्षकों को अपना जिला छोड़ना होगा। पदस्थापन वाले जिले के साथ ही गृह जिले में भी स्थानांतरण का विकल्प नहीं है।
पुरुष शिक्षकों को अनुमंडल के आधार पर विकल्प देना है। मुजफ्फरपुर पूर्वी में पदस्थापित और पश्चिमी अनुमंडल में घर वालों के लिए दूसरा जिला ही एकमात्र विकल्प रहेगा। स्थानांतरण में पहले से जिलों से भेजी गई रिक्ति का अब कोई मतलब नहीं रह गया है। सक्षमता पास शिक्षकों को स्थानांतरण लेना अनिवार्य किया गया है, तभी इन्हें विशिष्ट शिक्षक का लाभ मिलेगा। जिले में आठ हजार शिक्षक सक्षमता परीक्षा पास हैं और करीब तीन हजार रिक्ति जिले से भेजी गई थी।
नए स्कूल में देंगे योगदान तभी उसी तिथि से मिलेगा लाभः डीईओ अजय कुमार सिंह ने कहा कि अब सक्षमता पास सभी शिक्षकों को स्थानांतरण लेना है। नए जगह पर योगदान की तिथि से ही इन्हें विशिष्ट शिक्षक का लाभ मिलना है। ऐसे में पहले की रिक्ति नहीं बल्कि अब सभी का स्थानांतरण विभागीय स्तर पर किया जाना है। स्थानांतरण में 10, 30, 30 और 30 का चलेगा सिद्धांतः शिक्षा विभाग के विद्यालयों में वेतनमान में नियुक्त नियमित शिक्षक, स्थानीय निकाय द्वारा नियुक्त शिक्षक, सक्षमता परीक्षा उतीर्ण शिक्षक और बीपीएएसी द्वारा नियुक्त शिक्षक हैं। इन विभिन्न प्रकार के कार्यरत शिक्षकों का अनुपात समेकित रूप से जिला और विद्यालय स्तर पर 10, 30, 30 और 30 फीसदी सुनिश्चित हो, इसी पर स्थानांतरण और पदस्थापन किया जाएगा।
सक्षमता परीक्षा पास शिक्षक
1 से 5 में 6221 शिक्षक
6 से 8 में 528 शिक्षक
9 से 10 में 804 शिक्षक
11 से 12 में. 309 शिक्षक
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