जांच में मिले 36 फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं

 जांच में मिले 36 फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं



वित्तीय वर्ष 2022 से 2024 तक बिना नौकरी परीक्षा व चुनाव ड्यूटी मामले की खूब चर्चा हुई। मामले की उच्च स्तरीय जांच भी करायी गयी। लेकिन, जांच में हुए खुलासों पर अब तक किसी तरह की कार्रवाई न होना, विभागीय अधिकारियों को कठघरे में खड़ा करता है। जांच रिपोर्ट से खुलासा हुआ था कि इस्लामपुर में 36 ऐसे लोग चुनाव व परीक्षा ड्यूटी कर रहे थे, जो शिक्षा विभाग क्या किसी भी सरकारी ओहदे पर तैनात नहीं थे। लेकिन, 23 सितंबर 2024 को जांच रिपोर्ट आने के लगभग एक साल बाद भी न किसी के विरुद्ध कार्रवाई की गयी और न ही यह जानने का प्रयास किया गया कि आखिरकार वे 36 लोग कौन थे। हद तो यह कि जिन स्कूलों के नाम पर फर्जी शिक्षकों से ड्यूटी ली जाती रही, वहां के एचएम ने भी लिखित दिया कि अमूक नाम का कोई व्यक्ति उनके स्कूल में कभी किसी पद पर तैनात नहीं रहा है। उन लोगों ने यह भी बताया कि बिना सत्यापन के यू-डायस में फर्जी शिक्षकों के नाम अंकित किये गये थे। यह यक्ष प्रश्न अब भी लोगों के मन में कौंध रहा है कि यू-डायस में फर्जी नाम अंकित करने वाला कौन है। इस बड़े रैकेट का उद्देश्य

क्या था। रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 व 2022- 23 के यू-डायस के आंकड़े खंगाले गये। इस क्रम में स्पष्ट हुआ कि एचएम द्वारा दिये गये आंकड़े में इन 36 शिक्षकों के नाम नहीं थे लेकिन, वर्ष 2022-23 के यू-डायस की प्रिंट कॉपी जब जिले द्वारा एचएम को उपलब्ध करायी गयी, तो 36 फर्जी नाम शामिल थे।
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