12 वर्षों के बाद मैडम पहुंचीं ससुराल
पटना (आशिप्र)। बिहार सरकार की म्यूचुअल ट्रांसफर नीति ने दो शिक्षिकाओं के जीवन में वर्षों से संजोया गया सपना सच कर दिखाया। बारह वर्षों की प्रतीक्षा और संघर्ष के बाद सुमन कुमारी एवं शिल्पी वर्णवाल को अपने-अपने ससुराल क्षेत्र में पदस्थापन प्राप्त हुआ। सुमन कुमारी एवं शिल्पी वर्णवाल ने गुरुवार को क्रमशः उ. म. विद्यालय, चन्दवारा (जमुई) एवं प्राथमिक विद्यालय, तारडीह (गिद्धौर) में योगदान देकर एक नये जीवन अध्याय की शुरुआत की। हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा म्यूचुअल ट्रांसफर नीति को प्रभावी रूप से लागू किया गया है। इसी नीति के अंतर्गत दोनों शिक्षिकाओं ने ई-शिक्षा कोष मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से म्यूचुअल ट्रांसफर हेतु आवेदन किया था। चौंकाने वाली बात यह रही कि मात्र पांच दिनों में उनका स्थानांतरण स्वीकृत हो गया। जो कभी असंभव प्रतीत होता था, आज वह एक प्रेरक सच्चाई बनकर सामने है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए दोनों शिक्षिकाओं ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के प्रति विशेष आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि डॉ. सिद्धार्थ जैसे कर्मनिष्ठ, संवेदनशील और दूरदर्शी प्रशासनिक अधिकारी की इच्छाशक्ति और नीति निर्धारण से ही वर्षों पुराना सपना साकार हो सका। यह स्थानांतरण न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन में प्रसन्नता का संचार है, बल्कि सम्पूर्ण शिक्षक समाज के लिए यह एक प्रेरणादायी उदाहरण है कि जब नीति में पारदर्शिता और नेतृत्व में संवेदना होती है, तो परिवर्तन केवल सम्भव ही नहीं, सजीव और स्पर्शीय भी हो उठता है।