पढ़ाई बाधित... स्कूल के आधे शिक्षक बने बीएलओ, दो कक्षाएं मर्ज कर चलाई जा रहीं
शिक्षकों को मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण कार्य में बीएलओ के रूप में लगाए जाने के बाद अधिकांश स्कूलों में पढ़ाई बाधित है। दैनिक भास्कर के 15 रिपोर्टरों ने पटना के विभिन्न स्कूलों का जायजा लिया। अधिकांश जगहों पर आधे शिक्षक मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण कार्य में लगे दिखे। इस कारण स्कूल की कई कक्षाएं मर्ज कर चलाई जा रही है, जिससे पढ़ाई बाधित हो रही है। स्कूल के प्रधानाचार्यों ने कहा कि शिक्षकों की ड्यूटी इस तरह के कार्यों में लगाना कहीं से भी उचित नहीं, क्योंकि इससे पढ़ाई बाधित होती है। शहर के पटेल नगर स्थित राजकीय वीना मंदिर विद्यालय राजवंशी नगर में प्रधानाचार्य समेत 15 शिक्षकों में 13 को बीएलओ बना दिया गया है। शहर के सैदपुर स्थित मध्य विद्यालय में भी शुक्रवार को कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। इस स्कूल में हेड मास्टर सहित कुल छह शिक्षक हैं। इन सभी शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी में लगा दिया गया है। यहां के पांच शिक्षकों को बीएलओ कार्य और हेड मास्टर को सेक्टर पदाधिकारी का कार्य सौंपा गया है। इस स्कूल में 100 से अधिक बच्चे हैं। ये बच्चे रोजाना स्कूल तो आ रहे हैं लेकिन बिना पढ़ाई किये ही दिनभर स्कूल कैंपस व क्लासरूम खेल कर वापस घर लौट जा रहे हैं।
13 में से सात शिक्षक बने बीएलओ : फतुहा के नवीन भारती मध्य विद्यालय में कुल 13 शिक्षक हैं जिसमें सात शिक्षक बीएलओ के कार्य में व्यस्त हैं। स्कूल संचालन की जिम्मेवारी शेष शिक्षकों पर है। देखा गया कि दो क्लास को मर्ज कर पढ़ाई कराई जा रही है। नौबतपुर के मध्य विद्यालय नगवां में 7 शिक्षक पदस्थापित हैं। यहां तीन शिक्षकों को बीएलओ बनाकर मतदाता पुनरीक्षण कार्य में लगाया गया है। उन तीन शिक्षकों के विषय की पढ़ाई दूसरे शिक्षक नहीं करा रहे। कारण, यह उनका विषय नहीं है। इससे बच्चों को परेशानी हो रही है। बख्तियारपुर के रबाईच मध्य विद्यालय में पहले से ही कम शिक्षक हैं। यहां से भी एक शिक्षक को लगाया गया है उसी प्रकार चंपापुर समेत अन्य पंचायतों के शिक्षक भी लगाए गए गए हैं जिससे पठन पाठन बाधित हो रही है। खुसरूपुर के माध्यमिक विद्यालय बड़ा हसनपुर में कुल 11 शिक्षक इनमें 3 शिक्षकों को मतदाता पुनरीक्षण कार्य में लगाया गया है।
पांच में से तीन शिक्षक बीएलओ बने, दो के भरोसे स्कूल
मसौढ़ी प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय दौलतपुर में कुल 5 शिक्षक पदस्थापित हैं। इनमें से 3 शिक्षकों की ड्यूटी बीएलओ के रूप में लगाई गई है, जो इस समय मतदाता सूची अद्यतन कार्य में जुटे हैं। स्कूल में फिलहाल सिर्फ 2 शिक्षक ही नियमित रूप से कक्षाएं ले पा रहे हैं। फुलवारी शरीफ के प्राथमिक विद्यालय बालक में पदस्थापित चार शिक्षकों में से दो शिक्षकों को बीएलओ कार्य में लगाया गया है। शेष दो ही शिक्षक सारे वर्ग के छात्रों की क्लास ले रहे हैं। शिक्षक न होने के कारण स्कूल में पढ़ाई प्रभावित हो रही है। दानापुर के लखनी बिगहा स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्राचार्य निरंजन कुमार ने बताया कि उनके स्कूल में कुल 8 शिक्षक हैं जिनमें से तीन शिक्षकों को मतदाता पुनरीक्षण अभियान में लगाया गया है। एक शिक्षक फिलहाल प्रखंड स्तर पर आयोजित मशाल प्रतियोगिता के कार्य में लगे हुए हैं। मात्र चार शिक्षकों को कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाना पड़ रहा। एक कमरे में दो दो कक्षा के बच्चों की पढ़ाई एक साथ कराई जा रही। बच्चों की संख्या अधिक होने से एक कमरे में पढ़ाना काफी मुश्किल भरा कार्य है। मोकामा प्रखंड के मेकरा मध्य विद्यालय में 12 शिक्षकों में तीन को बीएलओ के कार्य में लगाया गया है।