जिनकी तकनीकी ज्वाइनिंग नहीं, उनका वेतन अटका
राज्य के सरकारी स्कूलों के वैसे शिक्षकों का वेतन अटका हुआ है, जिनकी तकनीकी ज्वाइनिंग नहीं हुई है। ऐसे शिक्षकों की संख्या पांच हजार से ज्यादा है।
ऐसे शिक्षकों के समक्ष पिछले तीन से चार माह से वेतन के लाले हैं। इनमें ज्यादातर वैसे शिक्षक हैं, जिनकी नियुक्ति बिहार लोक सेवा आयोग की दूसरे चरण की परीक्षा (टीआरई-टू) के आधार पर हुई है। आपको याद दिला दूं बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा ली गयी तीन चरण की परीक्षा के आधार पर तकरीबन दो लाख शिक्षक नियुक्त हुए हैं। इनमें से तकरीबन 98 फीसदी शिक्षकों के ब्यौरे पोर्टल पर अपलोड हो चुके हैं। शेष दो फीसदी शिक्षकों का ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड नहीं होने के चलते उनका तकनीकी योगदान नहीं हो पाया है।
इसके मद्देनजर शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दे रखा है कि ऐसे शिक्षकों का ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड करें, जिससे उनका तकनीकी योगदान हो सके
माध्यमिक शिक्षा व एससीईआरटी के निदेशक का प्रभार दिनेश कुमार को
राज्य के माध्यमिक शिक्षा निदेशक का अतिरिक्त प्रभार शिक्षा विभाग के सचिव दिनेश कुमार को दिया गया है। उन्हें राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इससे संबंधित आदेश शिक्षा विभाग के विशेष सचिव-सह-निदेशक (प्रशासन) सुबोध कुमार चौधरी के हस्ताक्षर से मंगलवार को जारी हुआ है। आपको बता दूं कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक योगेन्द्र सिंह के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की वजह से राज्य सरकार ने उन्हें विरमित कर दिया है। इससे इतर राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक सज्जन आर. ट्रेनिंग पर गये हैं।