Primary ka master: बीएसए ने सरकारी स्कूलों में कराया अपने बच्चों का प्रवेश

 बदायूं बीएसए ने सरकारी स्कूलों में कराया अपने बच्चों का प्रवेश



सरकारी स्कूलों को कमतर आंकने वाले अभिभावकों को प्रेरित करने के लिए बदायूं के बीएसए ने एक ऐसी पहल की है जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। बीएसए के दोनों बच्चे सरकारी स्कूलों में ही शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। वो अपना उदाहरण हरण देते हुए लोगों से सरकारी स्कूलों में बच्चों के प्रवेश की अपील करते हैं।

सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों में नकारात्मकता का भाव है। अधिकतर लोग कॉन्वेंट स्कूलों की चमक धमक के पीछे भागते हैं। तमाम लोग तो ऐसे हैं

जो कॉन्वेंट स्कूलों की भारी भरकम फीस जमा करने में सक्षम नहीं होते हैं। इसके बाद भी सामाजिक दबाव के चलते अपने बच्चों का कान्वेंट स्कूल में ही प्रवेश कराते हैं। कई बार भारी फीस जमा करते-करते इन लोगों के ऊपर कर्ज भी हो जाता है। कॉन्वेंट स्कूल के इस मायाजाल को तोड़ने के लिए बदायूं के बीएसए वीरेंद्र कुमार लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं। अभिभावकों को प्रेरित करने के लिए उन्होंने अपने बच्चों का सरकारी स्कूलों में एडमिशन करा रखा है। बेटा अर्जुन सिंह कक्षा 12 में एसएनबी इंटर कॉलेज में पढ़ रहा है तो बेटी आम्रा सिंह टीकाराम कन्या इंटर कॉलेज में कक्षा छह की छात्रा है।


* सरकारी स्कूलों में प्रवेश बढ़ाने को बीएसए की पहल कि हर कोई कर रहा तारीफ

* बदायूं के बीएसए वीरेंद्र कुमार अपने बच्चों की सरकारी स्कूलों में करवा रहे पढ़ाई

सरकारी स्कूलों पर भरोसा करें अभिभावक

बीएसए वीरेंद्र कुमार कहते हैं कि मेरे बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हैं। मैंने उनकी कोई कोचिंग भी नहीं लगाई है। मुझे सरकारी स्कूलों के शिक्षकों पर पूरा भरोसा है। मेरे बच्चों का अभी तक का प्रदर्शन भी कॉन्वेंट स्कूलों के बच्चों के मुकाबले कमजोर नहीं है। मेरी अभिभावकों से अपील है कि वे सरकारी स्कूलों पर भरोसा करें। अपने बच्चों का वहां प्रवेश करायें।

2018 बैच के हैं पीसीएस अफसर

बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह वर्ष 2018 के पीसीएस अफसर हैं। सरकारी सेवा में उनकी शुरुआत बेसिक शिक्षा में बतौर सहायक अध्यापक के पद से वर्ष 2012 में हुयी। वह मथुरा में बीएसए रह चुके हैं। जीआईसी सहनोल में प्रधानाचार्य रह चुके हैं। उनकी पत्नी पारुल राजपूत टीकाराम इंटर कॉलेज में अलीगढ़ में फिजिक्स की प्रवक्ता हैं।

तृतीय श्रेणी में पास, फिर भी बने पीसीएस अधिकारी


अलीगढ़ के महरावल गांव के रहने वाले बीएसए वीरेंद्र कुमार खुद भी सरकारी स्कूलों में ही पढ़े हैं। उन्होंने 1998 में परिषदीय स्कूल से कक्षा आठ पास किया था। धर्मसमाज इंटर कालेज अलीगढ़ से 1992 में इंटर किया। स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई श्री वाष्र्णेय कॉलेज अलीगढ़ से की। तृतीय श्रेणी में इंटर पास करने के बाद भी पीसीएस की तैयारी की और उसमें सफलता भी पाई। बीएसए कहते हैं कि डिवीजन से कुछ नहीं होता है। बस आपके अंदर अपने लक्ष्य के प्रति गंभीरता होनी चाहिए। जब तक सफलता न मिल जाएं तब तक हिम्मत न हारें।
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