बीएलओ बने शिक्षकों का चुनाव तक नहीं होगा ट्रांसफर, न विरमित होंगे

 बीएलओ बने शिक्षकों का चुनाव तक नहीं होगा ट्रांसफर, न विरमित होंगे




विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान शुरू हो गया। त्रुटिरहित और विश्वसनीय मतदाता सूची प्रकाशन को लेकर बर्ष 2003 के बाद इस विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान की शुरूआत की गई है। यह अभियान 25 जून से 26 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं का नाम जोड़ने, हटाने या संशोधित किए जाने से संबंधित आवेदन निर्धारित प्रपत्रों में स्वीकार करेंगे। इसके आधार पर एक अगस्त 2025 को मतदाता सूची

का ड्राफ्ट प्रकाशित होगा। बाद में इसके लेकर दावा-आपत्तियां ली जाएंगी। दावा-आपत्तियों का निबटारा करने के बाद 30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा।

इस संबंध में डीएम तुषार सिंगला ने बताया कि वर्तमान में तेजी से हो रहे शहरीकरण, लगातार होने वाला प्रवासन, नए युवाओं का 18 वर्ष की आयु पूरी कर मतदाता बनने की पात्रता प्राप्त करना, मृत्यु की जानकारी का समय पर न मिलना तथा अवैध विदेशी नागरिकों के नाम सूची में दर्ज हो जाना जैसी स्थितियों के

कारण न पुनरीक्षण आवश्यक गहन किसी राजनीतिक दल अथवा मतदाता द्वारा कोई दावा या आपत्ति दर्ज की जाती है, तो सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी संबंधित मामले की जांच करेंगे और उसके बाद ही अपना निर्णय लेंगे। ज्ञात हो कि भारत निर्वाचक सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण एवं पुनरीक्षण पूर्व गतिविधि के तहत मतदान केन्द्रों के युक्तिकरण के संदर्भ में डीएम ने कारगिल विजय भवन में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों एवं सभी कोषांग के नोडल पदाधिकारियों के साथ बैठक की।

जिले में 2800 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे


मालूम हो कि इस बार के चुनाव में 1200 निर्वाचकों के आधार पर एक मतदान केन्द्र बनाया जाएगा। इसी मानक के आधार पर मतदान केन्द्रों के युक्तिकरण के लिए 25 जून से 26 जुलाई तक तक समय सीमा निर्धारित किया गया है। इस आधार पर जिले में अब 709 ऐसे मतदान केन्द्रों की पहचान की गई है जहां 1200 से अधिक मतदाता है। उक्त 709 मतदान केन्द्रों में से 209 केन्द्रों को उसी केन्द्र के पास के मतदान केन्द्र में 1200 से अधिक हुए मतदाताओं को टैग किया जाएगा। जबकि 482 मतदान केन्द्रों को उसी लोकेशन पर बनाए गए नए मतदान केन्द्रों में शिफ्ट किया जाएगा। जबकि 18 मतदान केन्द्र नए जगहें पर शिफ्ट किए जाएंगे। ज्ञात हो कि अभी जिले में 2097 मतदान केन्द्र हैं, लेकिन नए युक्तिकरण के बाद मतदान केन्द्रों की संख्या 2800 तक हो सकती है।

नाम जोड़ने के ऑनलाइन आवेदन की जांच बीएलओ मतदाता के घर जाकर करेंगे


मालूम हो कि विधानसभा चुनाव को लेकर बीएलओ बने शिक्षकों का अब चुनाव तक विरमण नहीं होगा। भारत निर्वाचन आयोग ने इसके लेकर किसी भी बीएलओ का अब ट्रांसफर नहीं करने का निर्देश दिया है। वहीं वर्तमान में जिन शिक्षकों का ट्रांसफर हुआ है, उन्हें विरमित नहीं करने को कहा गया है। इसके लेकर सभी बीएलओ को सक्रिय रहने और निर्वाचन का कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा गया है। इसके लेकर डीएम ने कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण आयोग द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों और समय-सारणी के अनुसार आयोजित किया जाएगा।

मालूम हो कि यदि बीएलओ को गणना के समय कोई घर बंद मिलेगा तो वह प्रपत्र घर में डाल देगा और भरे हुए प्रपत्र लेने के लिए कम से कम तीन बार दौरा करेगा। यदि मतदाता ने ऑनलाइन प्रपत्र व दस्तावेज अपलोड किए हैं, तो बीएलओ घर पर जाकर दस्तावेजों का सत्यापन करेगा। प्रारूप मतदाता

सूची में केवल उन्हीं मौजूदा मतदाताओं के नाम होंगे, जिन्होंने

भरे हुए गणना प्रपत्र बीएलओ को दिए हैं या जिनके ऑनलाइन प्राप्त और बीएलओ द्वारा सत्यापित प्रपत्र है। वहीं जिनसे प्रपत्र प्राप्त नहीं हुए उनके नाम प्रारूप सूची में शामिल नहीं होंगे। यदि कोई मतदाता निर्दिष्ट समय में प्रपत्र नहीं दे पाता, तो वह दावा व आपत्ति अवधि में फ़ॉर्म-6 व घोषणा प्रपत्र के साथ नाम शामिल कराने के लिए आवेदन कर सकता है


Previous Post Next Post