तबादले के लिए सोशल मीडिया पर शिक्षक ढूंढ़ रहे जोड़ीदार
पटना, कार्यालय संवाददाता। परस्पर स्थानांतरण (म्यूचुअल ट्रांसफर) के आदेश आने के बाद से यह अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। परस्पर स्थानांतरण के लिए भले ही ई-शिक्षा कोष से सारी कार्रवाई होनी है, लेकिन शिक्षक सोशल मीडिया पर ही अपना जोड़ीदार खोजने में लगे हैं। शिक्षक समूह बना वाट्सएप पर विवरणी भेज रहे हैं। साथ ही संपर्क सूत्र भी साझा कर रहे है।
शिक्षकों द्वारा म्यूचुअल स्थानांतरण को लेकर हर तरह के तिकड़म भिड़ाया जा
रहा है। गूगल डॉक्यूमेंट के माध्यम से र भी फॉर्म भरवा जानकारी इकठ्ठा कर हैं। दरअसल इसकी मदद इसलिए ली जा रही है कि समूह में वैसे शिक्षक मिल जाएं जिन्हें उस जगह पर स्थानांतरण चाहिए जहां से कोई दूसरा शिक्षक उनकी जगह पर जाना चाहता है। शिक्षकों का मानना है कि एक-एक वाट्सएप ग्रुप में 200 से अधिक शिक्षक होने से इसमें मदद मिल सकती है। बख्तियापुर पटना में कार्यरत शिक्षक मुकेश कुमार नवादा जाने के लिए इच्छुक हैं। उन्होंने अपना विवरण वाट्सएप पर बने शिक्षक समूह में डाला है। कुछ शिक्षक इस आदेश से
जहां खुश हैं तो वहीं कई शिक्षकों में इसको लेकर रोष भी है। शिक्षकों का कहना है कि स्थानांतरण का जिम्मा शिक्षकों पर थोप दिया गया है। इससे वे मूल काम से भटक रहे हैं।
स्थानांतरण से असंतुष्ट शिक्षक पहुंच रहे डीईओ कार्यालय
पटना। स्थानांतरण से असंतुष्ट शिक्षक शिकायत लेकर जिला शिक्षा कार्यालय पहुंच रहे हैं। हर दिन बड़ी संख्या ख्या में शिक्षक शिकायत का आवेदन लेकर पहुंच रहे हैं और इसके निवारण की मांग कर रहे हैं। शनिवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी पूनम कुमारी ने जिले के सभी प्राचार्य, प्रभारी प्राचार्य को पत्र लिखा है। स्थानांतरण से संबंधित शिकायत ई-शिक्षा कोष के ग्रीवांस मॉड्यूल से कराने का निर्देश है। प्राचार्य शिक्षकों को अवगत कराएंगे कि स्थानांतरण से संबंधित कोई भी शिकायत के लिए ई-शिक्षा कोष पर ही आवेदन करें। उन्होंने प्राचार्यों और प्रभारी प्राचार्यों को निर्देश दिया है कि कोई भी शिक्षक स्थानांतरण से संबंधित आवेदन लेकर कार्यालय न पहुंचे इसे सुनिश्चित करें।