मध्याह्न भोजन के प्रभार से हटाए गए पायलट प्रोजेक्ट वाले प्रधानाध्यापक

 जागरण पटना: मध्याह्न भोजन के प्रभार से पायलट प्रोजेक्ट वाले प्रारंभिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को हटा दिया गया है। अब ऐसे प्रधानाध्यापकों के हस्ताक्षर मध्याह्न भोजन योजना से संबंधित बैंकों में नहीं चलेंगे। बैंक में अब मध्याह्न भोजन के प्रभार वाले शिक्षकों का हस्ताक्षर चलेगा। हस्ताक्षर बदलने का कार्य शुक्रवार तक पूरा हो जाएगा। इस संबंध में मध्याह्न भोजन निदेशालय के


निदेशक विनायक मिश्रा मिश्र द्वारा संबंधित बैंक के क्षेत्रीय प्रमुख को निर्देश जारी किया गया है। बैंकों को उन शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराई गई है, जिन्हें मध्याह्न भोजन का प्रभार दिया गया है।


शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा.एस. सिद्धार्थ के निर्देश पर प्रत्येक जिले के एक-एक प्रखंड में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। पायलट प्रोजेक्ट वाले विद्यालयों में प्रधानाध्यापक एवं प्रधान शिक्षक



के स्थान पर किसी अन्य शिक्षक को मध्याह्न भोजन योजना का प्रभार दिया गया है। इस व्यवस्था में प्रधानाध्यापक एवं प्रधान शिक्षक को मध्याह्न भोजन के संचालन से पूरी तरह मुक्त रखा गया है। उनका


मुख्य कार्य शैक्षिक गतिविधियों का सुचारू संचालन होगा। मध्याह्न भोजन के प्रभारी शिक्षक विद्यालय प्रारंभ होने के एक घंटे बाद बच्चों की उपस्थिति का फोटोग्राफ लेंगे और उसके अनुरूप मध्याह्न भोजन पकाने के लिए रसोइये को सामग्री उपलब्ध कराएंगे। प्रभारी की पहली प्राथमिकता मध्याह्न भोजन संचालन की होगी। वे पोषाहार से संबंधित सभी पंजी प्रधानाध्यापक से प्राप्त करेंगे। इससे संबंधी लेखा का भी


उनके द्वारा संधारण किया जाएगा। प्रतिदिन ई-शिक्षाकोष पर रिपोर्ट भी अपलोड करेंगे। जिन स्कूलों में विद्यालय शिक्षा समिति कार्यरत है, वहां इसके सचिव नामित मध्याह्न भोजन प्रभारी शिक्षक द्वारा बैंक खाता का संचालन किया जाना है। विद्यालय शिक्षा समिति नहीं रहने की स्थिति में नामित मध्याह्न भोजन प्रभारी शिक्षक द्वारा एक अन्य शिक्षक के साथ बैंक खाता का संचालन किया जाना है।

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