शिक्षकों ने सम्मान बचाने को लेकर निकला प्रतिवाद मार्च
शिक्षकों ने सम्मान बचाने को लेकर निकला प्रतिवाद मार्च
शिक्षकों ने सम्मान बचाने को लेकर निकला प्रतिवाद मार्च शिक्षकों ने सम्मान बचाने को लेकर निकला प्रतिवाद मार्च स्थानीय बीआरसी से प्रखंड कार्यालय तक निकाला प्रतिवाद मार्च शिक्षक संघ ने डीएम के नाम ग्रामीण बिकास पदाधिकारी को सौंपा ज्ञापन उत्क्रमित हाइस्कूल माधोपुर के एचएम एवं स्थानीय मुखिया के बीच का विवाद तुल पकड़ा फोटो-16,17-प्रखंड कार्यालय के प्रांगण में मौजूद शिक्षक/ बीआरसी के सामने प्रदर्शन करते चकाई, निज प्रतिनिधि शिक्षक समाज के धरोहर हैं। समाज के निर्माण में शिक्षक अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन आज शिक्षकों को उचित सम्मान नहीं मिल रहा है। शिक्षकों ने अपने सम्मान को बचाने को लेकर शनिवार को चकाई बीआरसी के समक्ष सांकेतिक धरना के साथ ही काली पट्टी बांधकर प्रतिवाद मार्च निकाला।
मामला माधोपुर उत्क्रमित हाइस्कूल के एचएम विकास कुमार एवं स्थानीय मुखिया पंकज साह के एक दूसरे पर लगाए गए आरोप प्रत्यारोप से जुड़ा है। बीते सोमवार को मुखिया समर्थकों ने एचएम के खिलाफ प्रतिवाद मार्च निकाला था। अब शिक्षकों के प्रतिवाद मार्च निकाले जाने से मामला तुल पकड़ने लगा है। शनिवार को बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिका स्थानीय बीआरसी में जुटे। वहां सांकेतिक धरना देने के बाद शिक्षक नेता धर्म चंदन रजक एवं वीरेंद्र प्रसाद रावत के नेतृत्व में बांह में काली पट्टी बांध शिक्षकों ने प्रतिवाद मार्च निकाला। प्रतिवाद मार्च बीआरसी से निकलकर चकाई मुख्य चौक होते हुए प्रखंड कार्यालय पहुंचा। जहां शिक्षकों का एक शिष्टमंडल ग्रामीण विकास पदाधिकारी सारिक अहमद को डीएम के नाम संबोधित एक ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई। शिक्षक नेता धर्मचंदन रजक ने बताया कि हालिया दिनों में विद्यालयों में असामाजिक और अराजक तत्वों का हस्तक्षेप काफी बढ़ गया है। प्रधानाध्यापकों से जबरदस्ती रंगाई, पुताई, समतलीकरण कार्य आदि के लिए हस्ताक्षर करने के लिए कहा जा रहा है। इसी क्रम में बीते 26 अप्रैल को उच्च विद्यालय माधोपुर में स्थानीय मुखिया एवं अन्य लोगों के द्वारा विद्यालय पहुंचकर प्रधानाध्यापक विकास कुमार के साथ अभद्र व्यवहार किया गया था। शिक्षक वीरेंद्र प्रसाद रावत ने कहा कि प्रधानाध्यापक द्वारा रंगाई पुताई की निविदा पर हस्ताक्षर नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई। बताया कि ऐसी स्थिति में शिक्षकों का सम्मान एवं सुरक्षा दोनों खतरे में होने के कारण विद्यालय संचालन एक कठिन एवं चुनौतीपूर्ण कार्य हो गया है।
बताते चलें कि बीते 26 अप्रैल को उत्क्रमित हाइस्कूल माधोपुर परिसर में मुखिया पंकज साह एवं स्थानीय लोगों से प्रधानाध्यापक विकास कुमार की तीखी बहस हुई थी। इस दौरान पंकज साह एवं प्रधानाध्यापक ने एक दूसरे पर कई तरह के आरोप-प्रत्यारोप लगाए थे। जिसके बाद स्थानीय समाजसेवियों ने तत्काल बीच बचाव कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया था। लेकिन पुन: 28 अप्रैल को स्थानीय लोगों ने मुखिया पंकज साह की उपस्थिति में प्रधानाध्यापक पर कई तरह के आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध मार्च निकालकर डीएम को आवेदन भेजा था। जिसके बाद डीएम के निर्देश पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मानस मिलिंद विद्यालय पहुंचकर मुखिया एवं प्रधानाध्यापक दोनों का पक्ष जानते हुए बेहतर माहौल में कार्य करने को लेकर चर्चा की थी। साथ ही जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपने की बात कही थी। लेकिन मामला शांत होने के बजाय लगातार तुल पकड़ता जा रहा है।
वहीं इस संबंध में ग्रामीण विकास पदाधिकारी सारिक अहमद ने बताया कि मामले की गहराई से जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मौके पर वीरेंद्र प्रसाद रावत, मनोज यादव, मनोज सिंह, उपेंद्र प्रसाद सिंह, जीतराम हांसदा,सुरेश चंद्र यादव, जयप्रकाश पासवान, परमानंद प्रसाद यादव, मो अलीमुद्दीन, राजीव कुमार, प्रेम प्रकाश सिंह, दिलीप यादव, दिग्विजय कुमार, मो निजामुद्दीन, मनोज कुमार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षिका मौजूद थे। अखंड राम धुन का समापन खैरा। निज संवाददाता महावीर मंदिर निर्माण सहयोग समिति लोकनायक जयप्रकाश नगर भौड़ भरमरपुर में दक्षिण व्रती पंचमुखी महावीर हनुमान का द्वितीय वार्षिकोत्सव का समापन किया गया। इस आयोजन में गोपालपुर, रायपुरा, बड़ीबाग, भौड़ आदि गांव के कीर्तन मंडलियों ने भाग लिया। इस मौके पर गांव की महिलाएं पुरुष एवं काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के पंडितों ने बताया कि अखंड राम धुन से गांव में सुख शांति मिलती है और धन धान्य की प्राप्ति होती है। इसलिए समय-समय पर गांव में अखंड रामधुन का आयोजन किया जाना चाहिए।
मौरा पंचायत में नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन फोटो-22- स्वास्थ्य जांच शिविर में जांच करते चिकित्सक गिद्धौर निज संवाददाता प्रखंड के मौरा पंचायत स्थित नवसृजित प्राथमिक मकतब परिसर में डॉ. सिन्हा हेल्थकेयर एंड रिसर्च फाउंडेशन के तत्वावधान में एक दिवसीय नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस स्वास्थ्य शिविर में फाउंडेशन के सीईओ सुशांत साईं सुंदरम की देख-रेख में चिकित्सक डॉ. उत्कर्ष कुमार के द्वारा कुल 72 ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की गई और उन्हें आवश्यक परामर्श दिया गया। शिविर में ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को लेकर विशेषज्ञ से मार्गदर्शन प्राप्त किया। जांच में मुख्यत: रक्तचाप, मधुमेह, मौसमी बीमारियां एवं पोषण संबंधी समस्याओं पर फोकस किया गया।
डॉ. सिन्हाज हेल्थ केयर एंड रिसर्च फाउंडेशन के सीईओ सुशांत साईं सुंदरम ने कहा कि हमारा उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच को सशक्त बनाना है। ऐसे शिविर के माध्यम से हमलोगों को समय रहते बीमारी की पहचान और इलाज की दिशा में कदम उठाने के लिए जागरूक करते हैं। आयोजन को सफल बनाने में स्थानीय शिक्षक मो. सज्जाद अंसारी, वार्ड सदस्य मो. मुश्ताक अंसारी, वालंटियर विकास कुमार पासवान, अजय कुमार पासवान एवं रोहित कुमार झा का सराहनीय योगदान रहा। मछली का अचार से किसान होंगे आर्थिक रूप से समृद्ध किसानों को सिखाए गए अचार बनाने के गुर 50 किसानों ने लिया प्रशिक्षण में भाग फोटो-23- प्रशिक्षण में शामिल महिलाएं बरहट। निज संवाददाता किसान परिवार को आर्थिक रुप से सबल बनाने को लेकर कृषि विज्ञान केन्द्र कृत संकल्पित है।
कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में किसान परिवार के सदस्य जो रोजगार की तलाश में हैं, उन्हे नये नये उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा दिया जा रहा है। इसी क्रम में झाझा प्रखंड के सिमुलतला क्षेत्र के महिला किसानों के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में महिला कृषकों को मछली का अचार बनाने के तरीके सिखाये गये। ये अचार तैयार होने के बाद पैक कर छह माह तक उपयोग किया जा सकता है। उपस्थित महिलाओं ने खुद से हिसाब किताब कर ये पाया की इससे 300 रुपये प्रति किलो का लाभ आसानी से कमाया जा सकता है। इस अचार का स्वाद इतना बढिया है कि इसकी बिक्री में कोई परेशानी नही हो सकती है। प्रशिक्षार्थियों ने केंन्द्र से अनुरोध किया कि अब इस उत्पाद को बाज़ार में उतारने की पहल की जानी चाहिए।
प्रशिक्षक के रुप में कृषि विज्ञान केंन्द्र के सहायक प्राध्यापक डॉ प्रभाकर ने मछली के अचार की पूरी जानकारी दी एवं सभी के साथ इसे तैयार किया। उक्त कार्यक्रम का आयोजन सिमुलतला के ग्राम भारती परिसर में किया गया जिसमें सुशीला हेंब्रम, बरकी टुड्डू, तालो हेंब्रम के साथ 50 किसानों ने भाग लिया। केंन्द्र प्रमुख डॉ सुधीर कुमार सिंह ने जमुई के किसानों के लिये इस प्रकार के उपयोगी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मछली के विशेषज्ञ को मत्स्य महाविद्यालय किशनगंज से उपलब्ध कराने हेतु बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पटना के माननीय कुलपति डॉ इन्द्रजीत सिंह को धन्यवाद दिया।
साथ ही केंन्द्र प्रमुख ने बताया कि अभी इस प्रकार के उपयोगी प्रशिक्षण कार्यक्रम कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा लगातार चलाये जायेंगे। उन्होने किसान से अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसान प्रशिक्षण के लिए केंन्द्र प्रमुख से संपर्क कर लाभ प्राप्त करें।