गर्मी की छुट्टी के बाद सरकारी स्कूलों में तीन बार बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी बनेगी। पहली बार जब बच्चे स्कूल आएंगे, दूसरी बार जब बच्चे मध्याह्न भोजन करेंगे और तीसरी बार स्कूल में छुट्टी से पहले हाजिरी बनेगी। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के साथ-साथ बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी बनेगी, पटना जिले के पांच स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत टैब के माध्यम से केवल कक्षा तीन के विद्यार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी बनाई जा रही है। इस नियम को विस्तार देने की योजना पर शिक्षा विभाग काम शुरू कर दिया है।
मध्याह्न भोजन पर रहेगी नजरः
बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी बनाने की प्रक्रिया प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में होगी। इसका मकसद है कितने बच्चे स्कूल आ रहे और मध्याह्न भोजन में कितने बच्चे प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं। स्कूल स्तर पर हमेशा मध्याह्न भोजन को लेकर गड़बडी होने की शिकायत आती है। स्कूल के प्रधान का आरोप रहता है कि बच्चे मध्याह्न भोजन करने के बाद भाग जाते हैं। तीन बार ऑनलाइन हाजिरी बनने से होगा कि कितने बच्चे स्कूल आए और कितने ने मध्याह्न भोजन किया और
छुट्टी के समय कितने बच्चे स्कूल में मौजूद थे। टैब से ऑनलाइन हाजिरी बनने से होगा कि बच्चों का फोटो ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड हो जाएगा। नियमित स्कूल आने वाले बच्चों की भी पहचान आसानी हो जाएगी।
बच्चों की हाजिरी विद्यालय अवधि में एक बार नहीं बल्कि तीन बार बनाई जाएगी। अधिकारी बताते हैं कि गर्मी की छुट्टी के बाद या जुलाई के अंत तक सभी स्कूलों के प्रधान को एक-एक टैब उपलब्ध कराया जाएगा। टैब की उपलब्धता होते ही बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी बननी शुरू हो जाएगी। ई-शिक्षा कोष के माध्यम से वर्ग शिक्षक कक्षा में बैठे एक साथ यानी सामूहिक रूप से 30 से 40 बच्चों की हाजिरी बनाएंगे। बच्चों की हाजिरी तीन बार बनेगी।