बिहार शिक्षा विभाग में 'तारीख पर तारीख'! ट्रांसफर-पोस्टिंग से लेकर सैलरी की लेट-लतीफी पर झुंझला रहे टीचर

बिहार शिक्षा विभाग में 'तारीख पर तारीख'! ट्रांसफर-पोस्टिंग से लेकर सैलरी की लेट-लतीफी पर झुंझला रहे टीचर

 पटना: बिहार में शिक्षक 'हॉट केक' बने हुए हैं। शिक्षा विभाग, सबसे ज्यादा नौकरी और सबसे ज्यादा बजट वाला डिपार्टेमेंट है। केके पाठक के बाद इस डिपार्टमेंट के बॉस फिलहाल डॉ एस. सिद्धार्थ हैं। ग्राउंड लेवल पर काफी ऐक्टिव रहते हैं। सक्षमता परीक्षा पास करने के बाद हजारों नियोजित शिक्षक अब विशिष्ट शिक्षक बन गए। फिर उनके लिए ट्रांसफर-पोस्टिंग और ज्यादा सैलरी के रास्ते खुल गए। मगर, ये रास्ता अब लंबा होता जा रहा है। सक्षमता परीक्षा पास करने के बाद हजारों शिक्षक ट्रांसफर-पोस्टिंग का इंतजार कर रहे हैं।



शिक्षकों को जिला एलॉट हुआ, स्कूल नहीं मिली

दरअसल, विशेष परिस्थिति का हवाला देते हुए 15 दिसंबर 2024 तक लगभग 180000 शिक्षकों ने ट्रांसफर के लिए आवेदन दिया था। इनमें विशिष्ट शिक्षक के अलावा पुराने नियमित शिक्षक और बीपीएससी से बहाल हुए नए शिक्षक (TRE1 और TRE2) भी शामिल थे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने तब आधिकारिक बयान में कहा था कि विंटर वेकेशन यानी दिसंबर के आखिरी हफ्ते से जनवरी के पहले हफ्ते के बीच इन शिक्षकों की नई जगह पर पोस्टिंग हो जाएगी। लेकिन, उसके बाद महीने दर महीने और तारीख दर तारीख सिर्फ आश्वासन मिला। अब तक लगभग 18000 शिक्षकों को जिला अलॉट किया जा चुका है लेकिन उन्हें पोस्टिंग नहीं मिली है। अब भी शिक्षक पुरानी जगह पर सेवा दे रहे। जबकि, हर बार ट्रांसफर की लिस्ट के साथ एक नई तारीख दी जा रही।

लगातार फेल हो रही ट्रांसफर वाली टाइमलाइन

एक विशिष्ट शिक्षक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि पहले शिक्षा विभाग ने 10 से 20 अप्रैल के बीच स्कूल एलॉट करने की आधिकारिक घोषणा की थी, फिर 25 से 30 अप्रैल के बीच की बात कही गई। उसके बाद कहा गया कि 5 मई से 10 मई के बीच होगा। लेकिन, ये तमाम तारीखें बीत चुकी हैं। अब तो नई तारीख का इंतजार है। दरअसल, जिला के एलॉटमेंट के बाद शिक्षकों को स्थानान्तरण के बाबत ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर दो शपथ पत्र अपलोड करना अनिवार्य है। समिति की ओर से उनके दिए गए विद्यालय के विकल्प को प्राथमिकता के आधार पर विचार किया जाएगा। जहां प्राथमिकता के अनुसार रिक्ति उपलब्ध नहीं होगी, वहां उसके निकटतम विद्यालय के पंचायत/प्रखंड में पदस्थापन उन्हें स्वीकार होगा। शपथ पत्र अपलोड करने के बाद ही विद्यालय का आवंटन किया जाएगा। शपथ-पत्र अपलोड नहीं करने पर संबंधित शिक्षक का स्थानान्तरण स्थगित रखा जाएगा। मगर, जिला एलॉटमेंट के बाद, बात आगे बढ़ ही नहीं रही।


नियमित वेतन देने में भी फेल हुआ विभाग- शिक्षक

वहीं, दरभंगा के एक शिक्षक ने बताया कि नियोजित शिक्षक से विशिष्ट शिक्षक बने हजारों शिक्षकों को नियमित रुप से वेतन भी नहीं मिल रहा। तीन महीने से तो उन्हें ही वेतन नहीं मिला है। हर दिन शिक्षा विभाग की ओर से एक नया आदेश आता है, लेकिन नहीं आता तो पोस्टिंग का ऑर्डर और अकाउंट में सैलरी। ऐसे में तारीख दर तारीख का ये मामला जाने कब तक यूं ही चलता रहेगा क्योंकि अब तो गर्मी की छुट्टी होने वाली है। उसके बाद बिहार चुनाव का वक्त भी आने वाला है। अब देखना है कि शिक्षा विभाग कौन सी नई तारीख की घोषणा करता है। ये स्थिति कब तक यूं ही बनी रहती है।

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