एलसीडी के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई, सीसीटीवी कैमरे से निगरानी

एलसीडी के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई, सीसीटीवी कैमरे से निगरानी

 भगवानपुर हाट प्रखंड के मध्य विद्यालय जुआफर के शिक्षकों ने सरकारी स्कूल की छवि बदल दी है। विद्यालय में साफ-सफाई, अनुशासन और पढ़ाई का माहौल निजी स्कूल जैसा है। परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। शुद्ध पानी के लिए आरओ की व्यवस्था है। बच्चों की निगरानी और सुरक्षा पर पूरा ध्यान दिया जाता है। पहली क्लास में ही स्मार्ट क्लास की सुविधा बच्चों को मिल रही है। स्कूल कैंपस सीसीटीवी निगरानी में है। इसकी व्यवस्था शिक्षकों ने आपसी सहयोग से किया है। जबकि विभागीय स्तर पर हाई स्कूलों में ही स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की गई है। पहली क्लास में स्मार्ट की क्लास चलाने के लिए



एलसीडी की व्यवस्था शिक्षकों ने खुद अपने वेतन की राशि से की है। विद्यालय में कक्षा एक से आठवीं तक पढ़ाई होती है। कुल 284 बच्चों का नामांकन है। पढ़ाई के लिए 10 शिक्षक हैं। इनमें चार महिला और छह पुरुष शिक्षक शामिल हैं। सभी शिक्षक समर्पित हैं। इनमें से अधिकतर गांव के ही रहने वाले हैं। इन्होंने अपने बच्चों का नामांकन भी इसी विद्यालय में कराया है। इससे वे सभी बच्चों को अपने बच्चों की तरह पढ़ाते हैं। विद्यालय में नौ कमरे हैं। इनमें से तीन कमरे जर्जर हो हो चुके हैं। हादसे की आशंका बनी रहती है। बच्चों के मासिक टेस्ट के लिए प्रिंटर की व्यवस्था की गई है। कक्षा एक और छह में निजी कोष से एलसीडी टीवी लगवाया गया है। इससे बच्चों को स्मार्ट तरीके से पढ़ाया जा रहा है।


बाल संसद भी है गठित

विद्यालय में बाल संसद भी सक्रिय है।

अनुशासन बनाए रखने और कक्षा संचालन की जिम्मेदारी बाल संसद को दी गई है। इसका असर बच्चों के व्यवहार में साफ दिखता है। सभी बच्चे अनुशासित ढंग से पढ़ाई करते हैं। मध्याह्न भोजन भी खास है। रसोइया स्वादिष्ट भोजन बनाती हैं। भोजन बनने पर शिक्षक घंटी बजाकर बच्चों को बुलाते हैं। बच्चे लाइन में थाली लेकर खड़े होते हैं और बारी-बारी से भोजन ग्रहण करते हैं। शिक्षा में नवाचार और बेहतर पठन-पाठन के लिए विद्यालय के सहायक शिक्षक विनय कुमार सिंह और आफताब आलम को बीते सप्ताह पटना में राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया। विद्यालय के तीन बच्चों का इस वर्ष नवोदय विद्यालय में चयन

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