पटना, कार्यालय संवाददाता। राज्य के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में पहली से आठवीं कक्षा में अब साल में चार बार परीक्षाएं होंगी। यह व्यवस्था इसी सत्र से लागू होगी। राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने यह योजना बनाई है। अब बच्चों की प्रथम त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक, द्वितीय त्रैमासिक और अंत में वार्षिक परीक्षा होगी। इसके अलावा नौवीं और 11वीं की तर्ज पर बच्चों की हर माह मासिक परीक्षा भी होगी।
अबतक इन कक्षाओं के बच्चों की साल में दो बार परीक्षा होती थी। इनमें एक परीक्षा सितंबर में अर्द्धवार्षिक तो दूसरी मार्च में वार्षिक परीक्षा शामिल है। एससीईआरटी के निदेशक सज्जन आर ने बताया कि बच्चों का समय-समय पर आकलन करना बहुत जरूरी है। कक्षा में पढ़ाई गईं चीजों से उन्होंने कितना कुछ सीखा, इसके लिए बीच-बीच में उनकी परीक्षा होगी। ताकि बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ परीक्षा के लिए भी तैयार रहें। यह परीक्षा पूरी तरह केन्द्रीकृत तरीके से होगी। यानी एक
समय पर सभी विद्यालयों में परीक्षा होगी। एससीईआरटी की ओर से प्रश्न पत्र और परीक्षा कार्यक्रम सभी विद्यालयों में जारी किया जाएगा। मालूम हो कि पिछले साल से ही केन्द्रीकृत तरीके से पहली से आठवीं की परीक्षा की व्यवस्था की गई है।