त्योहारी सीजन के बीच सोना सस्ता हुआ या महंगा? जानें आज 16 अक्टूबर को आपके शहर का ताजा भाव
अक्टूबर की शुरुआत में ऐतिहासिक स्तर पर पहुंचने के बाद भी सोने की कीमतों में तेजी का सिलसिला जारी है. इस उछाल के पीछे अमेरिका में संभावित शटडाउन, त्योहारी सीजन की बढ़ती मांग और बाजार में उतार-चढ़ाव जैसे कारकों को मुख्य वजह माना जा रहा है. हालांकि, आज यानी 16 अक्टूबर को सोने की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं देखा गया है. यह पिछले दिन यानी 15 अक्टूबर वाले रेट पर ही स्थिर है.
क्यों बढ़ रहा भाव?
विशेषज्ञों के मुताबिक, बाजार में बढ़ती मांग और आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश विकल्प मान रहे हैं. 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध और कीमती होता है, जिसे आमतौर पर निवेश के उद्देश्य से खरीदा जाता है. वहीं, 22 कैरेट और 18 कैरेट सोना मुख्य रूप से ज्वैलरी निर्माण में इस्तेमाल किया जाता है.
आज के ताजा रेट 16 अक्टूबर 2025 को 24 कैरेट सोना 1,29,440 रुपये प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट सोना 1,18,650 रुपये प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट सोना 97,080 रुपये प्रति 10 ग्राम है.
आपके शहर का ताजा रेट:
आज 24 कैरेट सोना देश में 1,29,440 रुपये की दर से बिक रहा है. जबकि, 22 कैरेट सोना 1,18,650 रुपये और 18 कैरेट सोना 97,080 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बाजार में उपलब्ध है. आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना 1,29,50 रुपये बिक रहा है.
जबकि, चेन्नई में 1,29,820 रुपये प्रति 10 ग्राम जबकि कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद, केरल और नागपुर में 1,29,440 रुपये की दर से बाजार में उपलब्ध है. तो वहीं अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, पटना, चंडीगढञ, सूरत और गुड़गां वमें 24 कैरेट सोना 1,29,590 रुपये की दर से बिक रहा है.
कैसे तय होता है दाम?
सोना और चांदी की कीमतें रोज़ाना आधार पर तय की जाती हैं, और इन पर कई आर्थिक, वैश्विक और घरेलू कारकों का प्रभाव पड़ता है। प्रमुख कारण इस प्रकार हैं- अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतें अमेरिकी डॉलर में तय होती हैं। इसलिए डॉलर-रुपया विनिमय दर (Exchange Rate) में बदलाव का सीधा असर इनकी कीमतों पर पड़ता है. जब डॉलर मजबूत होता है या रुपया कमजोर पड़ता है, तो भारत में सोना और चांदी महंगे हो जाते हैं.
भारत में सोने का अधिकांश हिस्सा आयात (Import) किया जाता है। ऐसे में सीमा शुल्क (Import Duty), जीएसटी (GST) और अन्य स्थानीय कर इनकी कीमतों को सीधे प्रभावित करते हैं. वैश्विक स्तर पर आर्थिक अस्थिरता, युद्ध, ब्याज दरों में बदलाव या मंदी जैसी परिस्थितियाँ सोने-चांदी की कीमतों को प्रभावित करती हैं। जब बाज़ार में अनिश्चितता बढ़ती है, तो निवेशक जोखिम भरे साधनों के बजाय सोने जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख करते हैं.
भारत में सोना केवल निवेश नहीं, बल्कि परंपरा और सांस्कृतिक मान्यता का प्रतीक है। शादी-ब्याह, त्योहारों और शुभ अवसरों पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. इसलिए मांग बढ़ने पर कीमतों में भी उछाल आता है. सोना लंबे समय से महंगाई (Inflation) के खिलाफ एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है. जब महंगाई बढ़ती है या शेयर बाजार में अस्थिरता होती है, तो लोग सोने में निवेश बढ़ाते हैं, जिससे इसकी मांग और कीमत दोनों में बढ़ोतरी होती है.