मिशन शक्ति में सड़क पर उतरें एडीजी, आईजी और डीआईजी : योगी
समीक्षा बैठक में निर्देश
● शारदीय नवरात्र से होगा मिशन शक्ति के 5वें चरण का शुभारंभ
● महिला सुरक्षा,सम्मान व स्वावलम्बन के लिए 57 हजार ग्राम पंचायतों और 14 हजार वार्डों में भ्रमण करेंगी महिला बीट पुलिस अधिकारी
● जेल में बंद असहाय महिलाओं को दिलाएं विधिक सहायता
● सभी नगर निगमों में बनेंगे पिंक बूथ
● यौन उत्पीड़न के केस निस्तारण में यूपी देश में पहले स्थान पर है
लखनऊ,। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी शारदीय नवरात्र से महिला सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन को समर्पित ‘मिशन शक्ति’ के पांचवें चरण के शुभारंभ की घोषणा की है। बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि 30 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में एडीजी आईजी, डीआईजी और अन्य अधिकारी सड़कों पर उतरें। सुनिश्चित किया जाए कि महिला हो या पुरुष, कानून का दुरुपयोग करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई में भेदभाव न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा, एंटी रोमियो स्क्वाड को और सक्रिय करें। शोहदों पर नजीर बनाने वाली कार्रवाई करें। अभियान की सफलता तभी मानी जाएगी, जब बेटियां सुरक्षित महसूस करें और अपराधी भयभीत हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 से प्रारम्भ हुए इस अभियान के अब तक चार चरण पूरे हो चुके हैं और आगामी 22 सितम्बर से प्रारम्भ होकर यह पांचवा चरण 30 दिनों तक सतत रूप से चलेगा। इस चरण में व्यापक कार्यक्रम चलाए जाएं। फुट पेट्रोलिंग को और प्रभावी बनाएं। पीआरवी-112 की सभी गाड़ियां लगातार सड़कों पर सक्रिय रहें। जोनल एडीजी, आईजी, डीआईजी जैसे वरिष्ठ अफसर खुद फील्ड में उतरकर आमजन से संवाद करें।