हमारी समायोजन वाली याचिका की प्रार्थना जिसे नहीं पढ़ा है वही कह रहा है कि जो पदोन्नति पहले बिना नियम के हो चुकी है, हिमांशु राणा उसका विरोध कर रहा है।
जबकि हकीकत यह है कि हमारी याचिका में मांग की गई है कि हर विद्यालय में हेड टीचर हो, क्योंकि अकादमिक के अलावा प्रशासनिक कार्य भी हेड टीचर से लिया जाता है। साथ ही हर कक्षा के लिए शिक्षक नियुक्त किए जाएं ताकि सरकार जो मर्जर का बहाना लेकर नियमों से बच रही है, उससे बच न पाए और हर कक्षा में शिक्षक होगा तो बच्चे अपने बढ़ जाएंगे |
याचिका पूरे दो महीने बाद डाली गई है और आप यह देखिए कि सरकार ने पहली ही तारीख पर AAG के साथ-साथ निजी वकील तक हायर कर लिए हैं।
हालाँकि यह मांग संगठनों को रखनी चाहिए थी, जो काम टीम कर रही है। पर संगठन अपनी जिम्मेदारी से बचते हुए सारा दोष हिमांशु राणा पर फोड़ रहे हैं।
जो योग्यता पूरी करते हैं और जो चाहते हैं कि देश में नियम और संविधान से कार्य हो, वे टीम का समर्थन करें और भ्रम में न रहें। कल भी कहा था कि पदोन्नति नियम के अनुसार हो और समायोजन में गलत तरीके से भरे गए पद वापस किए जाएं – यही मेरी मांग है।
शंका और भ्रम में न रहें, यह मेरी जायज़ मांग है।
#rana