11 लाख से अधिक अभ्यर्थी तो केंद्र निर्धारण में पेच, एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए आरओ/एआरओ से अधिक संख्या में आवेदन आने की उम्मीद
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती-2025 के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) की संख्या काफी तेज से बढ़ रही है। आवेदन की अंतिम तिथि 28 अगस्त निर्धारित है। अगर आवेदनों की संख्या 11 लाख से ऊपर गई तो उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के लिए पर्याप्त संख्या में केंद्रों की व्यवस्था कर पाना काफी चुनौतीपूर्ण होगा।
समीक्षा अधिकारी (आरओ) / सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा-2023
के लिए 10,67,004 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। परीक्षा के लिए आयोग को पहली बार प्रदेश के सभी जिलों में केंद्र बनाने पड़े।
परीक्षा में पारदर्शिता के मद्देनजर केंद्र निर्धारण नीति काफी सख्त कर दी गई है। निजी स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाए जाने पर रोक है। केवल राजकीय व एडेड शिक्षण संस्थानों को ही केंद्र बनाने का प्रावधान है।
बहुत जरूरत पड़ने सीबीएसई व आईसीएसई के प्रतिष्ठित स्कूलों को केंद्र बनाया जा सकता है, जैसा कि दोबारा हुई आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 में किया गया था।
हालांकि, एक सीमा से अधिक परीक्षार्थी होने की स्थिति में आयोग
के लिए एक दिन में परीक्षा कराने के लिए पर्याप्त केंद्रों की व्यवस्था कर पाना काफी मुश्किल हो सकता है।
आयोग ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का संक्षिप्त विज्ञापन 14 जुलाई 2025 को जारी किया था और सभी अभ्यर्थियों को सलाह दी थी कि 28 जुलाई से आवेदन की प्रक्रिया शुरू होने तक वन टाइम रजिस्ट्रेशन
(ओटीआर) की प्रक्रिया पूरी कर लें।
26 दिन हो गए हैं और इस दौरान तकरीबन पांच लाख नए अभ्यर्थियों ने ओटीआर नंबर प्राप्त कर लिए हैं। ओटीआर की संख्या जिस गति से बढ़ रही है, उस आधार पर आयोग के अफसर यही अनुमान लगा रहे हैं कि इस बार एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए आवेदनों की संख्या 11 लाख से ऊपर पहुंच सकती है। 14 जुलाई तक 21.75 लाख अभ्यर्थी ओटीआर के माध्यम से आयोग की परीक्षाओं से जुड़े थे और रविवार तक यह संख्या बढ़कर 26,69,754 तक पहुंच गई है।
सात साल बाद मिला मौका तो बढ़ी भीड़ एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का
विज्ञापन सात साल बाद जारी किया गया है। इन सात वर्षों में लाखों युवाओं ने बीएड की डिग्री हासिल की लेकिन उन्हें नई भर्ती नहीं मिली। अब सात साल बाद मौका मिला है। यही वजह है कि इस बार एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती आयोग की भर्ती परीक्षाओं के मामले में आवेदनों की संख्या का नया रिकॉर्ड कायम कर सकती है।