शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी की भी निगरानी होगी

 शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी की भी निगरानी होगी



छपरा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि।

विद्यालयों में छात्रों के नामांकन सेलेकर उनकी दैनिक उपस्थिति व शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी तक की निगरानी अब क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक (आरडीडीई) करेंगे। शिक्षा विभाग ने सारण के आरडीडीई की पोस्टिंग के बाद ही उन्हें यह अहम जिम्मेदारी सौंपी है। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव ने आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि शैक्षणिक योजनाओं व कार्यक्रमों की गुणवत्ता सुधार के लिए इनकी सघन निगरानी जरूरी है।

नियमित अनुश्रवण की दी गयी जिम्मेदारी सारण प्रमंडल के आरडीडीई राजदेव राम को इन कार्यों के नियमित अनुश्रवण की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने योगदान के तुरंत बाद प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले तीनों जिलों सारण, सीवान और गोपालगंज के जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) को पत्र भेजकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने नामांकन की अद्यतन स्थिति, शिक्षकों की पदस्थापना, बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति सहित अन्य प्रमुख बिंदुओं पर डाटा प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

सीधा संपर्क को मांगा मोबाइल नंबरः सिर्फ रिपोर्ट ही नहीं, आरडीडीई ने पदाधिकारियों से सीधा संवाद और प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों व विद्यालय प्रधानों के कार्यरत मोबाइल नंबर और संपर्क डाटा भी मंगवाया है। उनका स्पष्ट निर्देश कि विद्यालयों की हर गतिविधि पर सीधी नजर रखने के लिए सूचना तंत्र को मजबूत किया जाए।

आरडीडीई कार्यालय में राजदेव राम के योगदान के बाद विभागीय कार्यों में तेजी आई है। कार्यालय की कार्यक्रम
पदाधिकारी सोनाली संचिता, प्रधान लिपिक मनोज कुमार, सर्वानंद सिंह, दीपक कुमार, विवेक राज समेत सभी कर्मचारी टास्कवार ढंग से कार्य कर रहे हैं। लंबित फाइलों की पहचान कर शीघ्र निष्पादन की दिशा में युद्धस्तर पर काम हो रहा है। शिक्षा विभाग का मानना है कि आरडीडीई के अनुभव और सक्रिय निगरानी से न सिर्फ शैक्षणिक गतिविधियों में गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि पूरे विद्यालयी तंत्र में पारदर्शिता व उत्तरदायित्व की भावना भी मजबूत होगी। इसलिए इस तरह की व्यवस्था की गई है।

चार हजार शिक्षक कारवाई की रडार पर हैं

छपरा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। ई शिक्षा कोष एप पर उपस्थिति दर्ज नहीं करने वाले 4 हजार से अधिक शिक्षक कारवाई की रडार पर हूं। आरडीडीई राजदेव राम द्वारा सारण प्रमंडल के तीनों जिलों (छपरा, सीवान व गोपालगंज) में छात्र नामांकन व शिक्षक उपस्थिति की समीक्षा में खुलासा हुआ है। आरडीडीई ने बताया कि 10 जुलाई को शिक्षकों द्वारा अंकित उपस्थिति की समीक्षा की गई। सारण में 1630, सीवान में 1440 व गोपालगंज में 1146 विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज नहीं पाई गई। इस पर सभी डीईओ को निर्देशित किया गया कि सप्ताह के अंदर अनुपस्थित दर्ज नहीं करने वाले शिक्षकों की सूची भेजी जाए और उनके विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। शिक्षक ट्रांसफर केई-शिक्षा कोष पोर्टल से संबंधित समस्याओं को लेकर भी चर्चा हुई। डीईओ को निर्देश दिया कि जिन शिक्षकों का स्थानांतरण हो चुका है, वे समय पर योगदान करें और पोर्टल पर अद्यतन जानकारी दर्ज करें ताकि शिक्षण कार्य में कोई बाधा न आए। क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक, सारण प्रमंडलकी अध्यक्षता में प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में सारण, सीवान और गोपालगंज के डीईओ जुड़े। बैठक में 2024-25 और 2025-26 सत्र के नामांकन स्थिति को लेकर आंकड़े प्रस्तुत किए गए। सारण जिले में 2024-25 में 6,76,234 बच्चों का नामांकन हुआ था जबकि 2025-26 में अबतक 5,22,404 नामांकन दर्ज हुए हैं। इसी तरह सीवान में 4,08,360 के मुकाबले अबतक 3,32,824 और गोपालगंज में 3,50,327 के मुकाबले 2,92,561 नामांकन दर्ज किए गए हैं। क्षेत्रीय उप निदेशक ने निर्देश दिया कि विद्यालयों में छात्र नामांकन की अद्यतन स्थिति प्रतिदिन पोर्टल पर दर्ज की जाए व छात्रों की वास्तविक उपस्थिति बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि नामांकन के बावजूद यदि उपस्थिति कम रही तो संबंधित स्कूलव पदाधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।



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