लापरवाहीः एमडीएम खाने के बाद 36 से अधिक बच्चे बीमार
प्रखंड के महमदपुर बोआरी गांव के मध्य विद्यालय में शुक्रवार को मध्याह्न भोजन खाने से तीन दर्जन से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए। सभी को एंबुलेंस से अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया। वहां सभी का इलाज किया गया। चिकित्सक ने सभी बच्चों को खतरे से बाहर बताया है।
ग्रामीणों ने मध्याह्न भोजन में छिपकिली पाए जाने से बच्चों के बीमार होने का आरोप लगाया है। इस घटना को लेकर पूरे गांव में अफरातफरी का माहौल है। अनुमंडल मुख्यालय में डीएम कौशल कुमार अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। इसकी सूचना डीएम को भी दी गई। इसकी सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। बिरौल एसडीओ शशांक राज, बीडीओ प्रदीप कुमार झा व थानाध्यक्ष विशाल कुमार सिंह सहित विभागीय अधिकारी व कई शिक्षक अस्पताल पहुंचकर इलाजरत छात्रों की खोज-खबर लेने जुट गए। जानकारी
के मुताबिक दोपहर 12.15 बजे मध्याह्न भोजन की प्रक्रिया शुरू की गयी। एक बजे तक छात्रों को भोजन कराया गया। ग्रामीणों ने बताया कि भोजन करने के दौरान मोहन पासवान के पुत्र शिवम पासवान की थाली में एक छिपकिली पाए जाने के बाद एचएम अरुण कुमार मंडल ने मामले को रफा-दफा करना चाहा। घटना की खबर बाहर नहीं निकले, इसके लिए विद्यालय के दोनों गेट बंद कर ताला जड़ दिया। इस बीच
कुछ छात्रों को उल्टी एवं पेट में दर्द होने लगा। इसकी भनक परिजनों को लगते ही पूरे गांव में अफरातफरी मच गयी। इसके बाद ग्रामीण एवं परिजन वहां पहुंचे। वे जबरदस्ती गेट खुलवाकर अंदर पहुंचे। तब तक कई बच्चे बेहोश हो चुके थे। बेहोश बच्चों के इलाज के लिए ग्रामीण इधर-उधर भटकने लगे। इस बीच परिजन बेहोश बच्चों को टेम्पो पर लादकर अस्पताल ला रहे थे कि ग्रामीणों ने एसडीओ को फोन से सूचना
दी। सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई शुरू हो गई। मौके पर अस्पताल से एम्बुलेंस ने पहुंचकर सभी बच्चों को अनुमंडलीय अस्पताल लाया। तीन। दर्जन छात्रों में दर्जनभर छात्रों की गंभीर स्थिति को देखते हुए स्लाइन चढ़ाया गया व घटना की सूचना डीएम को दी गई।
अनुमंडलीय अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. योगेंद्र कुमार ने बताया कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। सभी को समुचित दवा एवं सलाइन चढ़ाया गया है। सामान्य होने पर सभी को घर भेज दिया जाएगा। घटना की सूचना मिलते ही प्रभारी बीईओ कुंदन कुमार व एमडीएम प्रभारी संजय कुमार सहित कईशिक्षक अस्पताल पहुंच कर स्थिति से अवगत हुए।