BPSC TRE 3 के शिक्षकों को शहर में नहीं मिलेगी पोस्टिंग, शिक्षा विभाग ने जारी किया नया आदेश
भागलपुर समेत बिहार के शहरी स्कूलों में तीसरे चरण में शिक्षकों की पोस्टिंग नहीं होगी। शिक्षा विभाग द्वारा बिहार लोक सेवा आयोग के तीसरे चरण की पोस्टिंग केवल ग्रामीण क्षेत्रों में की जाएगी। शहरी क्षेत्रों में शिक्षकों की भारी कमी है जिससे स्कूलों को चलाने में कठिनाई हो रही है। व्यवस्था की वजह से शहरी शिक्षा पर असर पड़ रहा है।
बिहार के भागलपुर जिले के साथ-साथ राज्य भर के अर्बन क्षेत्र के स्कूलों में एक बार फिर शिक्षकों की पोस्टिंग नहीं होगी।
यानी एक बार फिर बिहार के 19 नगर निगम 88 नगर परिषद और 154 नगर पंचायत में तीसरे चरण से शिक्षक नहीं मिलेंगे।
क्योंकि शिक्षा विभाग द्वारा बिहार लोक सेवा आयोग के तीसरे चरण से जो पोस्टिंग होगी वह सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में होगी।
तीसरे चरण की पोस्टिंग के लिए जो नया पोर्टल बनाया गया है उसमें शहरी क्षेत्र के रिक्त को लेकर पोर्टल को पहले से ही लाक करके रखा गया है।
शिक्षा विभाग द्वारा दो चरणों के हुए शिक्षक बहाली में भी शहरी क्षेत्र को शिक्षक नहीं मिले हैं। जिससे शहरी क्षेत्र में शिक्षकों की घोर कमी हो गई है।
कई ऐसे स्कूल हैं, जहां पर दूसरे स्कूलों से शिक्षक की प्रतिनियुक्ति कर कर स्कूल चलाया जा रहा है। यानी हम कह सकते हैं की व्यवस्था के प्रहार की वजह से शहरी क्षेत्र के स्कूली शिक्षा पर ग्रहण लग गया है।
जिला शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, भागलपुर शहर के शहरी क्षेत्र के भागलपुर नगर निगम, नगर परिषद नवगछिया और सुल्तानगंज, नगर पंचायत हबीबपुर सबौर और अकबरनगर के 116 स्कूलों में शिक्षक की प्रतिनियुक्ति नहीं होगी। इसमें छठी से आठवीं तक के 83 स्कूल और नवमी से 12वीं तक के 33 स्कूल शामिल हैं।
तीसरे चरण में पोस्टिंग को लेकर नए पोर्टल किए गए हैं बदलाव
शिक्षा मुख्यालय द्वारा तीसरे चरण के स्कूल पोस्टिंग में नया पोर्टल लांच करके उसमें बदलाव किया गया है। पहले जहां पोस्टिंग का आधार सिर्फ स्कूल की रिक्तियां होती थी।
वहीं, इस बार मुख्यालय से सभी जिलों को यह निर्देश दिया गया है कि किस स्कूल में कितनी महिला पुरुष चाहिए। इसकी रिक्त के साथ जिला को अपलोड करने का निर्देश दिया गया है।
इसमें इस बार दिव्यांग का भी वर्गीकरण किया गया है। यानी जो तीसरे चरण की स्कूल पोस्टिंग की जाएगी उसकी रिक्तियां महिला पुरुष और दिव्यांग के आधार पर बनेगी। इसके लिए कोड भी निर्धारित किया गया है।
इसके अलावा यह भी निर्देश दिया गया है कि जिन स्कूलों में दिव्यांगों के लिए रैं की सुविधा शौचालय की सुविधा उपलब्ध है वहीं पर दिव्यांग शिक्षक भेजे जाएंगे।
इस बार जिला को यह भी अधिकार दिया गया है कि किस स्कूल में कितनी महिला शिक्षक रहेंगे स्कूल वर जिला लिखकर अपलोड करेगा।
भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल शिक्षक नहीं
पहले दो चरण की परीक्षा से शिक्षक नहीं मिलने से, जो शिक्षक थे, उसमें से दो चरणों की परीक्षा में चले जाने से, नगर निगम के सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल हो गया है। यहां के ज्यादातर स्कूलों में शिक्षकों की काफी किल्लत है। ऐसी स्थिति है कि कई स्कूल प्रतिनियुक्ति पर चल रहे हैं।
जिसके वजह से शहरी क्षेत्र के 10000 से अधिक छात्रों के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर व्यवस्था की मार पर रही है। शहर के 129 स्कूलों में जहां पहले 502 के करीब शिक्षक थे। वहीं अब 263 शिक्षक बचे हैं। तीसरे चरण में इनमें से कई शिक्षक चले जाएंगे इससे नगर निगम के सरकारी स्कूल की शिक्षा व्यवस्था और भी बदहाल होगी।
अभी तक जो निर्देश आया है उसके अनुसार अर्बन क्षेत्र में तीसरे चरण के पोस्टिंग से शिक्षक नहीं दिए जाएंगे। अर्बन क्षेत्र में शिक्षक कब आएंगे इसके लिए मुख्यालय के तरफ से अभी तक कोई गाइडलाइंस नहीं मिली है।-देवनारायण पंडित डीपीओ स्थापना